तिरूवनंतपुरम : पिछले सप्ताह राज्य के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को आरएसएस के एक कार्यकर्ता एवं हत्या के आरोपी द्वारा पगड़ी पहनाए जाने के मामले पर विवाद पैदा हो गया है। घटना बीते शनिवार को उस समय हुई, जब सिंह श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर गए थे। इस घटना को लेकर सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी बढ़ गईं।


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जब मंत्री प्रार्थना के बाद मंदिर से बाहर आए तो आरएसएस के कार्यकर्ता संतोष गृहमंत्री के पास पहुंचे और स्थानीय भाजपा नेताओं एवं सुरक्षाकर्मियों की सहमति से उनके सिर पर पगड़ी पहना दी। संतोष वर्ष 2008 में डीवाईएफआई कार्यकर्ता विष्णु की हत्या का प्रमुख आरोपी है और फिलहाल जमानत पर है।


इस घटना पर विवाद पैदा हो जाने पर राज्य के गृहमंत्री रमेश चेन्नीतला ने आज कहा कि यह एक गंभीर मामला है लेकिन यह केरल पुलिस की ओर से सुरक्षा के उल्लंघन का कोई मामला नहीं है क्योंकि सिंह की सुरक्षा नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के हाथ थी।


चेन्नीतला ने कोट्टयम में संवाददाताओं को बताया, ‘निश्चित तौर पर यह एक गंभीर घटना है। लेकिन केरल पुलिस की इसमें कोई भूमिका नहीं है क्योंकि सिंह को एनएसजी की सुरक्षा मिली हुई है।’ संतोष द्वारा सिंह को पगड़ी पहनाए जाने की तस्वीरें स्थानीय मीडिया में दर्शाए जाने के बाद माकपा के विधायक वी सिवानकुट्टी ने जांच की मांग की और कांग्रेस नेतृत्व वाली यूडीएफ सरकार एवं भाजपा की राज्य इकाई से इसपर जवाब मांगा है।


वहीं भाजपा के जिला अध्यक्ष एस सुरेश ने माकपा पर आरोप लगाया है कि वह आरएसएस के कार्यकर्ता ई मनोज की कन्नूर में हुई हत्या के मामले की सीबीआई जांच को लेकर बौखलाई हुई है और गैरजरूरी विवाद पैदा कर रही है।सिंह शुक्रवार को कन्नूर के कथिरूर में मनोज के घर गए थे और उन्होंने आरएसएस-भाजपा के नेताओं को इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने का आश्वासन दिया था। माकपा के नेताओं ने इस कदम की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि इस मामले के पीछे कांग्रेस और भाजपा का हाथ है।