नॉटिंघम : इंग्लैंड के मध्यक्रम के बल्लबाज जो रूट ने लंच के बाद के सत्र में विकेटों के पतन के लिये अपने साथी बल्लेबाजों को दोषी ठहराने से इनकार कर दिया।


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इंग्लैंड ने दूसरे सत्र में 74 रन के अंदर छह विकेट गंवाये जिससे भारत की पहले टेस्ट मैच में स्थिति मजबूत हो गयी। यार्कशायर की तरफ से खेलने वाले रूट ने बाद में नाबाद 78 रन की पारी खेली। उन्होंने इस बीच स्टुअर्ट ब्राड और जेम्स एंडरसन के साथ शतकीय साझेदारियां भी की।


रूट ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, शीर्ष क्रम के हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन आज का दिन हमारे लिए अच्छा नहीं रहा। जब आपका इस तरह का सत्र जाता है तो आपको तुरंत प्रतिक्रिया की जरूरत होती है लेकिन आज हम सही तरह से ऐसा नहीं कर पाये। इसलिए हमें अपनी गलतियों से सीखना होगा।
 
रूट ने एंडरसन के साथ दसवें विकेट के लिये 54 रन की अटूट साझेदारी की है जिससे भारतीय टीम तीसरे दिन इंग्लैंड को आउट नहीं कर पाया। उन्होंने कहा, शीर्ष क्रम के हमारे नौ बल्लेबाजों के नाम पर टेस्ट शतक दर्ज है।


हमारे निचले क्रम के बल्लेबाजों ने जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे उन्हें स्वयं पर गर्व हो सकता है। यह देखकर अच्छा लगा कि अब फिर से भारत पर दबाव बन गया है। उन्होंने मुझ पर से भी दबाव हटाया और चुनौती का डटकर सामना किया।