बीजिंग : चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत सहित चार देशों की यात्रा ने इस बात को प्रमुखता से दर्शाया है कि पड़ोसी देशों को लेकर अपनी कूटनीति को बेहतर बनाने के मामले में चीन निष्ठावान और समर्पित है।


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सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने कहा कि शी ने जिन चार देशों - भारत, श्रीलंका, मालदीव और ताजिकिस्तान - की यात्रा की वे ऐसे उभरते हुए देश हैं जो समृद्धि के लिए संघर्ष कर रहे हैं ।
चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है जबकि भारत दक्षिण एशिया में चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। पिछले साल दोनों देशों के बीच 65.5 अरब अमेरिकी डॉलर का कुल व्यापार हुआ था।


शिन्हुआ के मुताबिक, अपनी यात्रा के दौरान शी ने कहा कि क्षेत्रीय आर्थिक अखंडता एवं जुड़ाव के मामले में चीन और भारत को ‘एक्सप्रेस ट्रेन’ की तरह होना चाहिए। खास तौर पर शी ने इरादा जाहिर किया कि चीन भारत की औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना से जुड़ी परियोजनाओं में अपना निवेश अगले पांच साल में बढ़ाकर 20 अरब अमेरिकी डॉलर तक करने की कोशिश करेगा और द्विपक्षीय व्यापार में संतुलन कायम करने के लिए ज्यादा फार्मा एवं कृषि उत्पादों का आयात करेगा।


शी ने कहा कि चीन नयी दिल्ली के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है ताकि क्षेत्रीय विकास में ज्यादा योगदान हो सके और ‘जिससे हिमालय के दोनों तरफ रहने वाले तीन अरब लोग शांति, मित्रता, स्थिरता एवं समृद्धि का आनंद ले सकें।’