Mutual Fund Tips: म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करने से अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है. हालांकि जब लोग म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करे तो किस उम्र में इंवेस्टमेंट कर रहे हैं, इंवेस्टमेंट किस टारगेट के लिए कर रहे हैं और कितना इंवेस्टमेंट कर रहे हैं इसका भी ध्यान रखना चाहिए. ऐसे में अगर किसी शख्स की उम्र 32 साल के करीब है और अभी भी अविवाहित है और मान लिया जाए कि उसकी सैलरी 60 हजार रुपये महीना है तो उसको कौनसे म्यूचुअल फंड में इंवेस्ट करना चाहिए. अपनी मासिक आय का कम से कम 20-30% बचाना एक अच्छा अभ्यास है. आप अपनी बचत को ऑटोमैटिक करने और निवेश करने के लिए तीन सरल बातें बताई गई है. आइए जानते हैं इसके बारे में.. 


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सुरक्षा फंड


यह आपकी सभी आपातकालीन आवश्यकताओं के लिए है. अपने मासिक वेतन का 5% इसमें आवंटित करें. इसके लिए एक अच्छा लिक्विड फंड चुनें. इसमें तब तक पैसा जोड़ना जारी रखें जब तक आपके पास आपके मासिक खर्च के 6 महीने के बराबर राशि न हो जाए. इसके बाद इस 5% बचत को अपनी लंबी अवधि के फंड में ट्रांसफर करें.


शॉर्ट टर्म फंड


यह आपके अल्पकालिक लक्ष्यों (जो अगले पांच वर्षों में आने वाले हैं) के लिए है. इसमें अपने मासिक वेतन का 5% (या अपनी अल्पकालिक आवश्यकताओं के आधार पर अधिक) आवंटित करें. कम अवधि या अल्पावधि Debt Fund का उपयोग करें. यदि आप Debt Fund को लेकर सहज नहीं हैं, तो आप इस राशि को एफडी में निवेश कर सकते हैं.


लॉन्ग टर्म फंड


यह आपके लॉन्ग टर्म लक्ष्यों (जो 5 वर्ष से अधिक दूर हैं) के लिए है. अपनी बचत का शेष (इस मामले में आपके मासिक वेतन का 10%) इसमें आवंटित करें और अच्छे इक्विटी फंड में एसआईपी शुरू करें. यदि आप सक्रिय फंड पसंद करते हैं तो कुछ अच्छे विविध फंड (3 से 5) चुनें और यदि आप निष्क्रिय फंड पसंद करते हैं तो इसे निफ्टी 50 इंडेक्स फंड और निफ्टी मिडकैप 150 फंड में समान रूप से विभाजित करें.


जब आपको ईएसओपी, बोनस इत्यादि के माध्यम से एकमुश्त राशि प्राप्त होती है, तो एक त्वरित नियम के रूप में इसका 40% लॉन्ग टर्म फंड में, 10% शॉर्ट टर्म फंड में और 10% सिक्योर फंड में डालें. इसके अलावा बाकी बची 40% राशि का आप अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकते हैं.