Fuel Price: इस जगह बंद कर दिए गए थे पेट्रोल पंप, क्या अब GST के दायरे में आएगा पेट्रोल-डीजल?
Rajasthan: पेट्रोल की कीमतों में जब भी बदलाव आता है तो लोगों पर उसका काफी असर देखने को मिलता है. वहीं राजस्थान में काफी ज्यादा कीमत पर पेट्रोल बिक रहा है. जिसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा है और हड़ताल भी हुई है. वहीं अब इस मामले में नया अपडेट सामने आया है. आइए जानते हैं...
Petrol Pump: राजस्थान में पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर कई पेट्रोल पंप हड़ताल पर थे. इसके कारण पिछले दिनों लोगों को पेट्रोल से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था. यह हड़ताल राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (RPDA) के जरिए की जा रही ही थी. हालांकि अब कुछ दिनों के लिए हड़ताल को टाल दिया गया है. साथ ही अब पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की चर्चा भी उठ चुकी है.
पेट्रोल-डीजल कीमत
राज्य सरकार से एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति गठित करने के आश्वासन के बाद राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (RPDA) ने अपनी हड़ताल 10 दिनों के लिए टाल दी है. राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हमारी उनसे चर्चा हुई और अब राजस्थान में सभी पेट्रोल पंप खुलेंगे. इसके साथ ही खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान सरकार को पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाने पर कोई आपत्ति नहीं है.
VAT का विरोध
बता दें कि ईंधन पर ज्यादा VAT के विरोध में राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की हड़ताल के मद्देनजर पूरे राजस्थान में पेट्रोल और डीजल स्टेशन बुधवार को बंद रहे और गुरुवार को भी उनके शटर बंद रहे. इसके अलावा इस मुद्दे पर कार्रवाई करने में विफल रहने पर 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी धमकी भी दी गई थी.
हड़ताल में लिया भाग
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि राज्य भर में 5,700 से अधिक निजी तौर पर संचालित पेट्रोल पंप ने दो दिवसीय हड़ताल में भाग लिया. हड़ताल के कारण कई पेट्रोल पंपों पर काफी भीड़ देखी गयी क्योंकि लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी.
उनकी मांगें क्या हैं?
राज्य में पेट्रोलियम डीलरों ने VAT को कम करने की मांग को लेकर हड़ताल की घोषणा की थी. एसोसिएशन ने यह भी कहा कि राजस्थान में डीजल की कीमतों को कम करने के लिए प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है, जो वैट दरों में उतार-चढ़ाव के कारण पड़ोसी राज्यों की तुलना में अधिक है.
काफी वक्त से स्थिर है दाम
इन घटनाक्रमों के बीच यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि आखिरी बार पेट्रोल और डीजल का देशव्यापी संशोधन 21 मई, 2022 को किया गया था, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर दिया था, तब से पेट्रोल के रेट और डीजल के रेट स्थिर हैं.
राजस्थान में पेट्रोल, डीजल सबसे महंगा
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और इस समय सबसे महंगा ईंधन राजस्थान के श्रीगंगानगर में बिक रहा है. एक लीटर पेट्रोल की कीमत 112.74 रुपये और डीजल की कीमत 97.57 रुपये प्रति लीटर हो गई है. हालांकि, पोर्ट ब्लेयर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें सबसे सस्ती हैं, यहां पेट्रोल की कीमत 84.10 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 79.74 रुपये प्रति लीटर है.