Investment: जिंदगी में नहीं किया है अभी तक कोई इंवेस्टमेंट, तो जान लें निवेश करना क्यों है जरूरी
Saving Account: सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज महंगाई दर की तुलना में भी काफी कम है. ऐसे में इस सेविंग अकाउंट में ही पैसा रखने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है. उन्हें इंवेस्ट भी किया जाना जरूरी है. अगर आपने अभी तक कहीं भी इंवेस्टमेंट नहीं किया है तो आइए जानते हैं कि निवेश क्यों जरूरी है...
Investment Tips: पैसे कमाने के बाद उन्हें अगर सिर्फ सेविंग अकाउंट में ही रखते हैं तो उन पर सिर्फ सेविंग अकाउंट के लिहाज से ही ब्याज मिलता जाएगा. वहीं सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज महंगाई दर की तुलना में भी काफी कम है. ऐसे में इस सेविंग अकाउंट में ही पैसा रखने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है. उन्हें इंवेस्ट भी किया जाना जरूरी है. अगर आपने अभी तक कहीं भी इंवेस्टमेंट नहीं किया है तो आइए जानते हैं कि निवेश क्यों जरूरी है...
इंवेस्टमेंट करना आपके पैसे को काम पर लगाने और संभावित रूप से धन बनाने का एक प्रभावी तरीका है. स्मार्ट निवेश से आपका पैसा मुद्रास्फीति को पीछे छोड़ सकता है और मूल्य में वृद्धि कर सकता है. ऐसे में इंवस्टमेंट किया जाना काफी जरूरी है. वहीं निवेश की अधिक विकास क्षमता मुख्य रूप से कंपाउंडिंग की शक्ति और जोखिम-प्रतिफल ट्रेडऑफ के कारण है.
वहीं अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निवेश करना आवश्यक है. यह आपके भविष्य को बेहतर बनाने का एकमात्र तरीका है. निवेश करके आप एक फंड बना सकते हैं और उसका इस्तेमाल अपने बुरे वक्त के लिए भी कर सकते हैं. नियमित निवेश करने से आपको नियमित रूप से एक राशि अलग करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे आपको लंबे समय में वित्तीय अनुशासन की भावना पैदा करने में मदद मिलती है.
मुद्रास्फीति, सरल शब्दों में वस्तु और सेवाओं की कीमतों में इजाफा होने से है. यह आपके पैसे के मूल्य को कम करता है और आपकी क्रय शक्ति को कम करता है. जब मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि होती है तो आप उतने ही पैसे से कम चीजें खरीदते हैं. महंगाई दर पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है. हालांकि अगर आप मुद्रास्फीति यानी महंगाई से आगे रहना चाहते हैं तो आपके पास आज के पैसे से भविष्य में आपके जरिए खरीदे जाने वाले सामानों की खरीद के लिए अधिक धन की आवश्यकता है और ऐसा इंवेस्टमेंट के जरिए ही हो सकता है.
वहीं अगर पैसे से पैसा बनाना है तो इसके लिए भी इंवेस्टमेंट की जरूरत होती है. इंवेस्टमेंट के जरिए उस पर रिटर्न हासिल किया जा सकता है. अगर किसी इंवेस्टमेंट में सालाना तौर पर 10 से 15 फीसदी का रिटर्न भी हासिल होता है तो यह काफी अच्छा माना जाता है.