ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसिरी के याजली इलाके में पांचवें 'जीरो बटरफ्लाई' सम्मेलन के दौरान तितलियों की 171 प्रजातियों के बारे में जानकारी सामने आई है. एक गैर सरकारी संगठन ने बताया कि एनजीओ नगुनुजीरो द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान कुछ दुलर्भ प्रजाति की तितलियों के बारे में पता चला. सम्मेलन में व्हाइट ड्रैगनटेल, वैनेड जे, बिस्पोट, ब्लैक प्रिंस, लॉर्ज यियोमैन, टाइगर होपर, रेड बेस, जेडेबल, ग्रे पैनसी और चॉकलेट टाइगर नाम की तितलियों की प्रजातियों का पता चला.


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बयान में बताया गया कि सम्मेलन में सरकार को प्रस्ताव सौंपने की बात हुई, जिसमें 'कैसर-ए-हिंद' को राज्य की तितली और टेली वन्यजीव अभयारण्य को तितली अभयारण्य घोषित करने का अनुरोध किया गया.


संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) कोज रिनया ने बताया कि लोअर सुबनसिरी जिला तितली केन्द्र के रूप में विकसित हो सकता है. उन्होंने टेली वन्यजीव अभयारण्य में आने वाले सभी आगंतुकों का स्वागत किया जहां दुर्लभ तितलियां पाई जाती हैं.