सन 1934 में इतने रुपये में खरीदी थी साइकिल, दादाजी के पुराने बिल में लिखी कीमत ने उड़ाए होश
Old Cycle Bill Viral: सोशल मीडिया पर एक और पुरानी स्लिप वायरल हो रही है, जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगे. आज से करीब 90 साल पहले कलकत्ता में एक साइकिल की दुकान पर एक शख्स ने साइकिल खरीदी, जिसकी कीमत का अंदाजा किसी को भी नहीं होगा.
Grandfather Ninety Year Old Bill Of Bicycle: क्या आप आज भी अपने बचपन को याद करते हैं? अगर हां तो आप अपने बचपन में खरीदे जाने वाली चीजों की कीमत को भी जरूर याद करते होंगे. इतना ही नहीं, आपने अपने दादा-परदादा के जमाने में आने वाली कीमती समानों की कीमत के बारे में भी जरूर सुना होगा. हालांकि, कुछ सबूत लोगों को हैरान करने के लिए आज भी जिंदा हैं. पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर ऐसे स्लिप व बिल (Viral Old Bill) वायरल हो रहे हैं जब लोगों को कम कीमत में महंगी चीजें मिला करती थीं. आज की तुलना करते हुए लोग बेहद ही आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि महंगाई के जमाने में ऐसा अब कभी भी संभव होने वाला नहीं है.
'दादाजी द्वारा ली गई साइकिल की कीमत तुम क्या जानो'
इंटरनेट पर हम पुराने जमाने की चीजों को खंगाल सकते हैं और पता लगा सकते हैं कि आखिर पहले किस कीमत में चीजें बिका करती थीं. सोशल मीडिया पर एक और पुरानी स्लिप (Old Slip Of Cycle) वायरल हो रही है, जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगे. आज से करीब 90 साल पहले कलकत्ता में एक साइकिल की दुकान पर एक शख्स ने साइकिल खरीदी, जिसकी कीमत का अंदाजा किसी को भी नहीं होगा. उस वक्त एक साइकिल की कीमत सिर्फ 18 रुपये थी. क्यों यह सुनकर हैरान रह गए ना? चलिए हम आज आपको 7 जनवरी 1934 में ले चलते हैं. इस तस्वीर को फेसबुक पर संजय खरे नाम के एक यूजर ने शेयर किया है.
देखें पोस्ट-
पुराना स्लिप सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल
इस पुराने स्लिप को शेयर करते हुए संजय खरे ने कैप्शन में लिखा, "कभी साइकिल मेरे दादा जी का सपना रही होगी. साइकिल के पहिए की तरह, वक्त का पहिया कितना घूम चुका है!" इस स्लिप में आप देख सकते हैं कि शॉप का नाम 'कुमुद साइकिल वर्क्स' लिखा हुआ है. इस दुकान का एड्रेस शॉप नंबर- 85 ए, मानिकताला, कलकत्ता लिखा हुआ है. साथ ही यह भी देखा जा सकता है कि इस पर रिपेयरिंग स्पेशलिस्ट भी लिखा गया है. पोस्ट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी. एक यूजर ने लिखा, "गजब, इसे सहेज कर रखना बहुत बड़ी बात है. रुपए की कीमत अपनी जगह है, स्मृतियां बेशकीमती हैं."
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