अमेरिका के राजदूत ने पहली बार खाई भारत की ये डिश, बोले- ऐसा खाना पूरे दुनिया में कहीं नहीं...
Eric Garcetti in India: अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भारत आए हैं, और उनके भोजन का रोमांच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हाल ही में अमेरिकी राजदूत ने दिल्ली के बंगा भवन में बंगाली खाना खाया.
US Ambassador Trying Bengali Cuisine: यह देखना दिलचस्प हो जाता है जब विदेशी राजदूत भारत पहुंचते हैं और देश के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखते हैं. इससे पहले, यह नॉर्वेजियन राजदूत थे, जिन्होंने गोलगप्पे खाने के बाद खुद को 'दिल्लीवाला' कहा था. इसी तरह, जापानी राजदूत ने भी पुणे में महाराष्ट्रीयन व्यंजनों का स्वाद चखकर बहुत अच्छा समय बिताया. अब, अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भारत आए हैं, और उनके भोजन का रोमांच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हाल ही में अमेरिकी राजदूत ने दिल्ली के बंगा भवन में बंगाली खाना खाया.
अमेरिकी राजदूत ने जब पहली बार खाई ये डिश
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी (US Ambassador Eric Garcetti) ने कई प्रकार के स्वादिष्ट बंगाली भोजन जैसे माछेर पतुरी (केले के पत्तों में पकाई गई मछली), मिस्टी दोई, रसगुल्ला, केले के कटलेट, लूची, बसंती पुलाव, दाल और अन्य का आनंद लिया. इसके बाद एरिक गार्सेटी ने अपने अनुभव की एक क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की. वीडियो में अमेरिकी राजदूत को लोगों के साथ बंगाली समुदाय और उनकी संस्कृति के महत्व के बारे में समझाते हुए देखा जा सकता है. एरिक को बंगाली में बातचीत करते हुए भी पाया गया. विभिन्न प्रकार के भोजन की कोशिश करने के अलावा, उन्होंने संगीत और फुटबॉल के प्रति बंगालियों के प्रेम के बारे में भी बात की. उन्होंने महान फिल्मकार सत्यजीत रे का भी जिक्र किया.
वीडियो शेयर करके लिखी ये बात
एरिक गार्सेटी ने वीडियो को कैप्शन दिया, “दिल्ली के बंगा भवन से नोमोस्कर! प्रसिद्ध माचेर पतुरी से लेकर मिष्टी दोई और रसगुल्ला में मिठास की अधिकता तक, आज मैंने कोलकाता के स्वाद का अनुभव किया. मुझे कहना होगा, भारतीय फूड संस्कृति मुझे आश्चर्यचकित करना कभी नहीं भूलती. जल्द ही मिलते हैं, कोलकाता!” अमेरिकी राजदूत को बंगाली संस्कृति का आनंद लेते देख लोग बहुत खुश हुए और सराहना करने के लिए कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया दी. एक यूजर ने लिखा, "कोलकाता से नमोश्कर...बंगाली स्वाद बारीकियों और स्वाद की गहराई से समृद्ध हैं. केले का फूल जिसे बंगाली में 'मोचा' कहा जाता है, बंगाली रसोई में गौरव का स्थान रखता है.”