बैडमिंटन नहीं था तो शख्स ने खेलने के लिए किया झाड़ू का जुगाड़, Video देख लोगों की नहीं रुक रही हंसी
Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स झाड़ू से बैडमिंटन खेल रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि एक आदमी हाथ में झाड़ू लेकर बैडमिंटन कोर्ट में आता है और उसी से शटलकॉक को मारता है.
Badminton Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स झाड़ू से बैडमिंटन खेल रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि एक आदमी हाथ में झाड़ू लेकर बैडमिंटन कोर्ट में आता है और उसी से शटलकॉक को मारता है. "बैडमिंटन लवर्स" नाम से इंस्टाग्राम पर जाने जाने वाले जतिन शर्मा ने पिछले हफ्ते यह वीडियो शेयर किया था. छोटे से वीडियो में, एक पुरुष और महिला बैडमिंटन खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ ही सेकंड में, एक और व्यक्ति बैडमिंटन कोर्ट में एंट्री करता है और खेल में अचानक मोड़ लाकर उसे रोक देता है. फिर वह रैकेट की जगह झाड़ू से खेलकर अपने अनोखे स्किल का प्रदर्शन करता है. वीडियो के आखिर में वह एक पॉइंट भी बना लेता है.
झाड़ू से बैडमिंटन खेलने की कला
वायरल होने वाले इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि जैसे ही वह एक झाड़ू लेकर कोर्ट पर आता है तो पहले तो उसे हटने के लिए कहा जाता है, लेकिन उसने कोर्ट में खेल रही लड़की को बाहर जाने को कहता है. बाहर जाने के बाद वह झाड़ू को उल्टा करता है और फिर उसी से बैडमिंटन स्मैश करने लग जाता है. उसका निशाना किसी भी आम प्लेयर की तरह नजर आता है. वह बिना कोई गलती करे, लगातार शटलकॉक को हिट करता रहता है और सबसे हैरानी वाली बात यह है कि आखिर में वह एक ऐसा शॉट मारता है, जिससे उसका प्वाइंट भी बन जाता है. इस वीडियो को अब तक दो लाख से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं.
देखें वीडियो-
वीडियो पर लोगों ने दिए कुछ ऐसे रिएक्शन
वायरल हुए इस वीडियो को अब तक 35 लाख बार देखा गया है. वीडियो के टेक्स्ट में लिखा, "किताब को उसके कवर से मत आंकिए." सोशल मीडिया यूजर्स इस क्लिप से हैरान थे और कुछ ने उनके स्किल की सराहना भी की. एक यूजर ने कहा, "1926 में रैकेट का आविष्कार हुआ, 1926 से पहले के लोग." एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, "भाई, ये झाड़ू से बैडमिंटन खेल रहा है, ये तो पूरे ब्रह्मांड में सबसे मजबूत है." एक अन्य ने कहा, "कृपया शटलकॉक और खेल का सम्मान करें." एक ने लिखा, "मैंने रैकेट पर अपना पैसा बर्बाद कर दिया." एक और ने लिखा, "अगली पीढ़ी का बैडमिंटन रैकेट."