Court पहुंचा कर्मचारी, बोला- गंजा होने की वजह से कंपनी ने निकाला; इसके बाद जो हुआ...
Baldness: एक कर्मचारी के बॉस ने उसे गंजा कहकर नौकरी से निकाल दिया इसके बाद वह कोर्ट पहुंच गया. फिर कोर्ट ने ऐसा फैसला सुनाया कि वह दुनियाभर में वायरल हो गया. कोर्ट ने यह पाया कि उस कर्मचारी की कोई गलती नहीं है और खुद उसने इसका प्रमाण भी दे दिया.
Employee In Court: यह बात सही है कि खानपान और जीवनशैली के चलते आधुनिक समय में लोगों के बाल झड़ने के खूब मामले सामने आ रहे हैं. कुछ लोग तो बहुत ही कम उम्र में गंजेपन का शिकार हो गए हैं. हालांकि इसके लिए लोग उपाय भी ढूंढ रहे हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर इस बारे में चर्चा चल रही थी तो इसके कई केस स्टडी वाले उदाहरण भी दिए गए. कुछ समय पहले एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया था जब एक बॉस ने अपने एक कर्मचारी को यह कहते हुए नौकरी से निकाल दिया कि उसके सिर में बाल नहीं है और वह गंजा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना ब्रिटेन के लीड्स में हुई थी. हुआ यह था कि कुछ समय पहले एक बॉस ने फरमान सुनाया कि वह 50 साल के गंजे सिर वाले पुरुषों की टीम नहीं चाहता था. वो अपने यहां काम करने के लिए एनर्जेटिक और युवा लोगों को चाहता है. इसीलिए इतना बड़ा फैसला लेते हुए उसने एक गंजे कर्मचारी को फायर कर दिया था.
बस यहीं से कंपनी में बवाल मच गया. लोगों को लगा कि मामला शांत हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बॉस खुद भी गंजे थे और उनके सिर पर बाल नहीं थे. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने एक गंजे कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया. बताया गया कि कर्मचारी ने अपना एक और तर्क देते हुए कहा कि उन्हें जान-बूझकर इसलिए निकाला क्योंकि अगर दो साल तक वो वहां रह जाते तो उन्हें अच्छा खासा प्रमोट कर दिया जाता.
यह कर्मचारी सीधा कोर्ट पहुंच गया और बॉस समेत कंपनी पर मामला दर्ज करा दिया. उसने अपने पक्ष में कई सुबूत भी कोर्ट के सामने प्रस्तुत किए. इसके बाद कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि सिर्फ गंजा होने की वजह से किसी को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता है. कोर्ट ने बॉस और कंपनी की तरफ से 70 लाख रुपए का मुआवजा भी देने का आदेश दिया गया. इसके बाद यह मामला जबरदस्त चर्चा में आया था. हाल ही में यह फिर केस स्टडी के जरिए चर्चा में आया.