Trending News: एक प्रोडक्ट डिजाइनर ने पहले ही दिन काम छोड़ दिया क्योंकि उसके बॉस ने उससे कहा कि बिना पैसे के ज्यादा काम करना होगा. बॉस ने वर्क-लाइफ बैलेंस को फैंसी शब्द और वेस्टर्न कल्चर बताया. बॉस ने उसे धमकाया भी कि रात भर काम करो, जो डिजाइनर को गलत, अमानवीय और बेदर्द लगा. जब बॉस ने उसे डांटा और बुरा व्यवहार किया, तो डिजाइनर को बुरा लगा. श्रेयस नाम के इस आदमी ने Reddit पर अपनी कहानी शेयर की और ऑनलाइन लोगों से मदद मांगी ताकि उसे UI/UX काम मिल सके.


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श्रेयस नाम के एक व्यक्ति ने अपनी नई नौकरी 7 अक्टूबर को पहले दिन ज्वॉइन किया, लेकिन पहले ही दिन उसके बॉस ने उससे बहुत ज्यादा काम करने को कहा. बॉस चाहते थे कि श्रेयस बिना किसी अतिरिक्त पैसे के बहुत ज्यादा घंटे काम करे. श्रेयस ने जब बॉस से कहा कि उसे काम के साथ-साथ अपना व्यक्तिगत जीवन भी जीना है, तो बॉस ने उसका मज़ाक उड़ाया. बॉस ने कहा कि यह सब बहाने हैं. श्रेयस को लगा कि उसके बॉस उनसे बहुत बुरा बर्ताव कर रहे हैं. बॉस चाहते थे कि श्रेयस दिन-रात सिर्फ काम करता रहे. श्रेयस को लगा कि उसके बॉस उसे कमजोर समझते हैं और उनका फायदा उठा रहे हैं. इसलिए, श्रेयस ने पहले ही दिन नौकरी छोड़ दी.


श्रेयस कह रहा है कि वह सिर्फ इसलिए नाराज है क्योंकि उसका बॉस उससे बहुत ज्यादा काम करवाना चाहता है और उसे अपमानित करता है. श्रेयस कहना चाहता है कि वह काम करने से नहीं डरता, लेकिन उसे लगता है कि उसके बॉस उसका फायदा उठा रहे हैं. बॉस उसे कम पैसे देते हैं, उसे बहुत ज्यादा काम करवाते हैं और उसे अपने निजी जीवन जीने का समय भी नहीं देते. श्रेयस यह भी कह रहा है कि उसे समझ में आता है कि कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों का फायदा उठाती हैं. वह चाहता है कि लोग समझें कि यह सही नहीं है.


 


Mass resignations at RG Kar Hospital
byu/LimpCoco inIndiaSpeaks

 


श्रेयस को एक नई नौकरी मिली थी. यह नौकरी एक कंपनी में प्रोडक्ट डिजाइनर की थी. कंपनी ने श्रेयस को सालाना 7 लाख रुपये देने का वादा किया था. लेकिन श्रेयस को लगा कि यह पैसे बहुत कम हैं. उसे लगा कि उसके पास दो साल का अनुभव है, इसलिए उसे इससे ज्यादा पैसे मिलने चाहिए थे. फिर भी, श्रेयस ने नौकरी स्वीकार कर ली. ऐसा इसलिए क्योंकि इस नौकरी में उसे घर से ही काम करना था. उसे ऑफिस जाने की जरूरत नहीं थी. श्रेयस को लगा कि घर से काम करना बहुत अच्छा होगा, इसलिए उसने कम पैसे में भी यह नौकरी ले ली. 


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श्रेयस ने अपने बॉस को एक ईमेल लिखकर नौकरी छोड़ दी. उसने इस ईमेल का एक स्क्रीनशॉट भी सबूत के तौर पर दिखाया. इस ईमेल में श्रेयस ने अपने बॉस से नाराजगी जताई. उसने कहा कि उसके बॉस हमेशा उससे पूछते रहते थे कि वह काम के समय के बाद क्या करता है. श्रेयस को यह बात बहुत बुरी लगी. श्रेयस ने कहा कि वह काम के समय के बाद क्या करता है, यह उसका निजी मामला है. चाहे वह व्यायाम करे, परिवार के साथ समय बिताए या किताबें पढ़े, यह उसका अधिकार है. बॉस को इस बारे में कोई बात नहीं करनी चाहिए.


श्रेयस ने अपने बॉस को लिखे ईमेल में यह भी कहा कि अगर कोई कंपनी अपने कर्मचारी से बिना पैसे दिए ज्यादा काम करवाती है, तो यह गलत है. ऐसा करना कानून के खिलाफ भी हो सकता है और किसी भी कर्मचारी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए. श्रेयस ने यह भी कहा कि वह चाहता है कि उसके बॉस किसी और को काम पर रख लें जो उनके काम के तरीके से सहमत हो. श्रेयस ने कहा कि वह अपने काम में सम्मान चाहता है और इसलिए वह इस कंपनी में नहीं रह सकता.