Microsoft, Amazon, Apple, Google, और कई अन्य प्रतिष्ठित ब्रांडों जैसी कंपनियों में हाई-पेड वाली नौकरी पाने वाले कॉलेज के ग्रेजुएट अक्सर नेशनल न्यूज बनाते हैं. ये कहानियां न केवल उनकी कड़ी मेहनत के बारे में हैं बल्कि उनके माता-पिता के प्रयासों और गर्व के बारे में भी हैं. हरियाणा के अंबाला छावनी के मधुर राखेजा नाम के बीटेक के छात्र ने माइक्रोसॉफ्ट से 50 लाख रुपये की आकर्षक नौकरी की पेशकश स्वीकार कर अपने माता-पिता को खुश कर दिया है. मधुर के पिता एक दुकानदार हैं जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं. उन्होंने Amazon, Cognizant, और Optum जैसी कंपनियों के लुभावने ऑफर ठुकरा दिए.


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पढ़ाई पूरी करने के बाद Microsoft में काम करने का सपना


मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मधुर राखेजा ने यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस से ऑयल एंड गैस इन्फॉर्मैटिक्स में स्पेशलाइजेशन के साथ कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया. मल्टीडिसिप्लिनरी यूनिवर्सटी देहरादून से बाहर स्थित है. राखेजा ने कहा, 'मुझे हमेशा से तकनीक और दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को बदलने और प्रभावित करने की क्षमता में दिलचस्पी रही है, और मैं हमेशा से इस तरह के कुछ बड़े का हिस्सा बनना चाहता था.' उन्होंने आगे बताया कि क्यों माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) उनकी चुनी हुई कंपनी थी.


उन्होंने कहा, मेरे दिमाग में उन कंपनियों की लिस्ट थी जहां मैं सिलेक्ट होना चाहता था. Microsoft उस सूची में था, और मैंने अन्य लोगों के इंटरव्यू के अनुभवों के बारे में पढ़कर और आवश्यक कौशल सीखकर चयन प्रक्रिया के लिए तैयारी की. यह कैंपस प्लेसमेंट था. मधुर ने एमेजॉन, डीई शॉ, ऑप्टम, कॉग्निजेंट, इंफोसिस जैसी कंपनियों सहित परिसर में और बाहर कई नौकरियों के लिए आवेदन किया था.


दूसरी कंपनियों की तुलना में माइक्रोसॉफ्ट को क्यों चुना?


उन्होंने लिस्टिंग की कि माइक्रोसॉफ्ट द्वारा कई भत्तों की पेशकश की जाती है, जिसमें एक अच्छा वेतन और अच्छे स्टॉक विकल्प शामिल हैं. मधुर जल्द ही बेंगलुरू में माइक्रोसॉफ्ट के कार्यालय से जुड़ेंगे. अनुभवी लोगों के साथ काम करते हुए मधुर का सपना एक बेहतर सॉफ्टवेयर डेवलपर बनना है.


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