Bitter Gourd: कर्मचारियों ने कुछ ऐसा कर दिया, कंपनी ने ऑफिस में ही अजीब सजा दी..खिलाया कच्चा करेला!
Chinese Company: हालांकि बॉस के आदेश का पालन जरूर किया गया लेकिन इस घटना के बाद एक बहस जरूर छिड़ गई. चीन के ही एक श्रम वकील ने बताया कि यह सजा कानूनों का उल्लंघन है. कर्मचारियों को नियमों पर बातचीत करने का अधिकार है जिन्हें वे अनुचित मानते हैं, लेकिन नौकरी खोने के डर से चुप रहे.
Underperforming Worker: दुनियाभर की निजी कंपनियों ने काम करने के कई नियम बना रखे हैं. इसी कड़ी में कई बार कर्मचारियों को इन नियमों का कड़ाई से पालन करना पड़ जाता है. लेकिन हाल ही में एक चीनी कंपनी को ऑनलाइन प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा, जब यह सामने आया कि कंपनी ने उन कर्मचारियों को कच्चे कड़वे तरबूज खाने के लिए मजबूर कर दिया जो दिए गए लक्ष्यों को पूरा करने में विफल रहे. यह सब तब हुआ जब कंपनी ने खराब प्रदर्शन के कारण कर्मचारियों को कच्चा करेला खाने का फरमान सुनाया.
दरअसल, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में चाइनीज सोशल मीडिया पर कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी ने इसका वीडियो पोस्ट किया, इसमें दिखाया गया कि ऑफिस के अंदर ही खड़े होकर कई कर्मचारियों ने कच्चे करेले का सेवन किया. रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षा और प्रशिक्षण कंपनी, सूजौ डानाओ फांगचेंगशी इंफॉर्मेशन कंसल्टिंग, जो पूर्वी चीन के जिआंगसु प्रांत में स्थित है. इसी कंपनी ने सजा के तौर पर एक दर्जन कर्मचारियों को एक पूरा कड़वा कच्चा करेला खाने के लिए मजबूर कर दिया.
यहां काम करने वाले झोंग नाम के एक कर्मचारी ने इस कंपनी की पोल हाल ही में खोली है. इसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया. लोग इस कंपनी पर कार्रवाई की मांग करने लगे. वैसे भी चीन में अक्सर कंपनियां अपने कर्मचारियों को खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें नौकरी से निकाल देती हैं, लेकिन इस कंपनी ने खराब प्रदर्शन के कारण कर्मचारियों को कच्चा करेला खाने पर मजबूर कर दिया.
बवाल बढ़ता देख कंपनी ने इस मामले पर सफाई पेश की. कंपनी के एक प्रवक्ता ने मीडिया आउटलेट को बताया कि यह प्रथा एक इनाम और सजा योजना का हिस्सा थी. इसके बाद सजा पर भी कर्मचारियों की टीम द्वारा तैयार की गई और इस पर आम सहमति बनी तब जाकर लोगों ने इसे खाया है. मामले के सामने आने के बाद एक यूजर ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि मैं लोगों को इस तरह के अपमानजनक तरीके से दंडित करने के बजाय कंपनी को नौकरी से निकाल देना पसंद करूंगा.