Kuber Puja significance for Financial Gain : अयोध्या में रामलला लगभग तीन दशकों तक टेंट में रहने को मजबूर हुए थे. कुछ ऐसा ही मामला झारखंड के पलामू से भी सामने आया है. जहां भगवान कुबेर पिछले चार दशकों से एक थाने में बंद हैं यानी 40 साल से रिहाई का इंतजार कर रहे हैं. अब आप भी सोच रहे होंगे की आखिर ऐसा क्या हो गया कि भगवान कुबेर जो धन के देवता हैं, जिनके सामने लोग धन कमाने और पाने की लालसा में नतमस्तक रहते हैं. वो भगवान कुबेर पिछले 38 सालों से थाने में बंद क्यों हैं? इस सवाल का जवाब जानने समझने के लिए ज़ी न्यूज़ की टीम पलामू के उस मंदिर में पहुंची जहां भगवान कुबेर कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंसे हुए हैं.


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हे भगवान! 'अपने' कुबेर? मालखाने में बंद में हैं भगवान कुबेर और उनके द्वारपाल


एक ऐसा मंदिर भी देश में है, जहां के भगवान 38 साल से थाने में कैद हैं. पुजारी भगवान को छुड़ाने 14 बार गए. कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंसे भगवान स्वयं दशकों से अपनी रिहाई का  इंतजार कर रहे हैं. इंसाफ के मंदिर में धन के देवता कुबेर की रिहाई का केस फंसा हुआ है. करीब चार दशक से थाने के मालखाने में बंद में हैं. भगवान कुबेर और उनके द्वारपाल की मूर्तियां अपने पुराने 'वैभव' में आने का इंतजार कर रही हैं.