Doctor salary Viral: 20 साल पहले डॉक्टरों को मिलती थी इतनी सैलरी, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये पोस्ट
Dr Sudhir Kumar Viral Tweet: मौजूदा समय में एमबीबीएस (MBBS) किए हुए डॉक्टर की कमाई का अंदाजा ज्यादातर लोगों को होगा लेकिन आज से 20 साल पहले स्थिति इतनी शानदार नहीं थी. ऐसा हम नहीं कहते हैं बल्कि अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार का एक ट्वीट कहता है.
How Much is A Doctor Salary: अपोलो हॉस्पिटल्स के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार का एक ट्वीट इन दिनों चर्चा में है. डॉ. सुधीर कुमार ने खुलासा किया कि लगभग 16 साल पहले एमबीबीएस (MBBS) पूरा करने के बाद भी उन्हें 9,000 रुपये का वेतन मिलता था. यह वेतन तब का है जब उन्हें DM पूरा किए हुए 4 साल हो गए थे. सुधीर कुमार बताते हैं कि साल 2004 में उनकी तनख्वाह करीब 9000 रुपये महीना हुआ करती थी. उन्होंने आगे बताया कि सीएमसी वेल्लोर में अपने प्रोफेसरों को देखकर ऐसा महसूस हुआ कि डॉक्टर का जीवन कम खर्चीला होना चाहिए.
सरकारी चपरासी के बराबर थी सैलरी
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने यह बात एक युवा के पोस्ट पर जवाब देते हुए कहा जिसमें लिखा हुआ था कि एक युवा व्यवसायी के लिए समाज सेवा करना मुश्किल है और उस वक्त ज्यादा दिक्कत होती है जब वह खुद को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा होता है. इसी पोस्ट का जवाब देते हुए सुधीर कुमार ने अपना पूरा ब्योरा दे दिया. इस पोस्ट के बाद डॉक्टर का ट्वीट वायरल होने लगा. उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि मैं उस वेतन से खुश था, हालांकि मेरी मां को यह देखकर दुख हुआ कि मुझे सरकारी कार्यालय में एक चपरासी के बराबर वेतन मिलता है.
ऐसा रहा यूजर्स का रिएक्शन
डॉक्टर ने आगे लिखा कि मेरी मां ने 12 साल तक स्कूल में मेहनत करते हुए मुझे देखा है. इसके बाद 12 साल तक मैं एमबीबीएस (MBBS), एमडी (MD) और डीएम (DM) में समय दिया. सुधीर कुमार के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भावुक रिएक्शन दिया. किसी ने कहा उस दौरान पीएचडी के लिए 8 हजार रुपये छात्रवृत्ति मिलती थी, वहीं किसी ने कहा कि कम वेतन के साथ आज जीना आसान नहीं है. एक और शख्स ने लिखा कि आज प्राइवेट अस्पतालों द्वारा डॉक्टरों और मरीजों दोनों को लूटा जा रहा है.
भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - अब किसी और की ज़रूरत नहीं