हाथी का डांस नहीं, तनाव का असर! वायरल वीडियो पर यूजर्स की मजेदार प्रतिक्रियाएं, जानें क्या है सच्चाई
Elephant Viral Video: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो, जिसमें दो लड़कियां भरतनाट्यम करती हुईं और उनके पीछे झूमता हुआ एक हाथी दिखाई दे रहा है. जिसे देखकर लोग हैरान है.
Elephant Viral Video: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बेहद मजेदार वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक हाथी को डांस करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में कुछ लड़कियां पारंपरिक भारतीय नृत्य का अभ्यास कर रही होती हैं और उसी बीच एक हाथी भी उनके पास आकर उनके साथ नाचने लगता है. हाथी का डांस मूव्स देख लोग हैरान हो जाते हैं और इसे लेकर मजेदार कमेंट्स भी कर रहे हैं. लेकिन इस वीडियो के पीछे एक और दिलचस्प सच है. दरअसल, वीडियो के वायरल होने से पहले लोग इसे हाथी का नृत्य समझ रहे थे, लेकिन असल में यह सिर्फ हाथी का नकल करने का तरीका था. हाथी ने कोई खास नृत्य नहीं किया था, बल्कि लड़कियों के नृत्य की आवाज और उनकी गतिविधियों को देखकर वह उसी तरह से हरकतें कर रहा था.
वीडियो हुआ बंपर वायरल
वायरल इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॅार्म इंस्ट्राग्राम पर Bhoomika Maheshwari नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है. वीडियो को अब तक 9 लाख 26 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वहीं 11 हजार से ज्यादा लोग इसे लाइक किए हैं. वीडियो देखकर यूजर तरह-तरह कमेंट कर रहे हैं. हाथी के साथ उनकी हरकतें मेल खा रही थीं, लेकिन यह किसी जानबूझकर किए गए डांस की तरह नहीं था. यह वीडियो एक मजेदार मिसअंडरस्टैंडिंग बन गया, और अब लोग इसे लेकर हंसी-मजाक भी कर रहे हैं.
भारतीय वन सेवा (IFS) के अधिकारियों ने वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि हाथी नाच नहीं रहा था, बल्कि वह तनाव का शिकार था. आईएफएस अधिकारी परवीन कासवान ने ट्वीट किया, "हाथी तनाव में है, यह नृत्य का संकेत नहीं है, बल्कि स्ट्रेस का परिणाम है" वहीं, आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू ने भी अपने ट्वीट में कहा, "कृपया इसका महिमामंडन न करें. हाथी ऐसी हरकतें तब करते हैं जब वे दबाव या तनाव में होते हैं." उनका कहना था कि इस प्रकार की स्थितियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए और यह वीडियो हाथी के तनावपूर्ण व्यवहार को सही तरीके से नहीं दर्शाता है.
आईएफएस अधिकारी परवीन कासवान ने एक अन्य वीडियो शेयर करते हुए बताया कि हाथी का झूमना नृत्य का संकेत नहीं, बल्कि तनाव का परिणाम है. उन्होंने उदाहरण के तौर पर कहा, "कुछ महीने पहले मैंने एक मादा हाथी की वीडियोग्राफी की थी, जो बछड़े को जन्म देने के बाद हमारी मौजूदगी के कारण तनाव महसूस कर रही थी." इस वीडियो में हाथी को ठीक उसी तरह झूमते हुए देखा जा सकता है, जैसे भरतनाट्यम कर रही लड़कियों के वीडियो में नजर आ रहा था. परवीन कासवान ने इस पर कहा, "हमें जानवरों का मानवीकरण करने की जरूरत नहीं है. उनके जीने और अभिव्यक्ति का अपना तरीका है, जो हमसे अलग होता है." उन्होंने इस बात को स्पष्ट किया कि जानवरों के व्यवहार को सही संदर्भ में समझना चाहिए, न कि इसे मानवीय दृष्टिकोण से देखना चाहिए.