Snake Reproduction process: विज्ञान की दुनिया में खोजों का सिलसिला लगातार चलता रहता है. कई नए रहस्यों से पर्दा उठता है तो कुछ दशकों से चली आ रही मान्याताओं को वैज्ञानिकों तर्कों द्वारा नकार दिया जाता है. बता दें कि हाल ही में सांपों के प्रजनन को लेकर वैज्ञानिकों ने कई खुलासे किए हैं. इसके साथ ही एक पुरानी धारणा भी धरी की धरी रह गई, जिसमें ये कहा जाता था कि सांप जबरदस्ती संबंध बनाते हैं लेकिन इस नए रिसर्च ने दशकों की पुरानी धारणा पूरी तरह से खारिज कर दिया.


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ऐसे होता है सांपों में प्रजनन


वैज्ञानिकों का कहना है कि मादा सांपों में एक क्लिटोरिस मौजूद होता है जो उत्तेजना के लिए जिम्मेदार माना जाता है. टी. वी. या असल में अगर आपने सांपों को ध्यान से देखा होगा तो याद होगा की सांपों की जीभ दो हिस्से में बंटी होती है. इसी जीभ के जैसे नर सांपों में उनके जननांग होते हैं. इसे हेमीपेनेस के नाम से भी जाना जाता है. रिसर्चर ने मादा सांपों में हेमीक्लिटोरिस नाम के एक अंग की खोज की है. पहले लोगों का मानना था कि सांप संबंध बनाने की क्रिया में जबरदस्ती आगे बढ़ते हैं लेकिन इस अंग के मिलने के बाद से वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रजनन क्रिया के दौरान सांप भी एक दूसरे को उत्तेजित करते हैं. इसमें मादा सांप के हेमीक्लिटोरिस का बड़ा रोल होता है.


रिसर्चर ने कही ये बात


इस शोध से जुड़ी ऑस्ट्रेलिया स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एडिलेड की साइंटिस्ट मोगन फोलवेल का कहना है कि ऐसा बिलकुल मुमकिन है कि सांप एक दूसरे को प्रजनन क्रिया के दौरान सेड्यूस करते हैं. मेगन का मानना है कि मादा सांप हेमीक्लिटोरिस के जरिए ही सेड्यूस होती है. जैसा की बाकी जीवों में होता है. मेगन की इस अनोखी खोज को प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी बी जर्नल में प्रकाशित किया गया है. बता दें कि हेमीक्लिटोरिस की खोज मोगन फोलवेल ने ही की है.


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