Gen Z Viral Story: मानसिक स्वास्थ्य पर बढ़ती बहस के साथ, वर्क-लाइफ संतुलन बनाए रखना आवश्यक हो गया है. हालांकि, कई कंपनियां कर्मचारियों पर सप्ताह में छह दिन 8-9 घंटे काम का बोझ डालने के लिए जानी जाती हैं. इससे लोगों के लिए अपने पेशेवर और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाना मुश्किल हो जाता है. लेकिन ऐसा लगता है कि जेन जेड को पता है कि उसे क्या चाहिए और उसे चीजों को कैसे करने की जरूरत है. यह मामला एक इंटर्न का है, जिसने एक इंटरव्यू में यह स्पष्ट कर दिया कि वह रोजाना पांच घंटे से अधिक काम नहीं करेगा और 40,000 रुपये से 50,000 रुपये के बीच स्टाइपेंट चाहता है. युवा नौकरी चाहने वाले की इस डिमांड पर ट्विटर पर कई रिएक्शन्स आ रहे हैं.


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इंटरव्यू में इंटर्न ने कंपनी के सामने रखी ऐसी डिमांड


चलिए बताते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला. दरअसल, यह सब तब शुरू हुआ जब समीरा नाम की एक ट्विटर यूजर ने जेन जेड इंटर्न के इंटरव्यू के अपने अनुभव को ट्वीट किया. उनके लिंक्डइन बायो को देखकर ऐसा लगता है कि समीरा 'इन्फीडो' नामक कंपनी में पीपल सक्सेस की डायरेक्टर और गोवा में कैफे गोल्डस्पॉट की फाउंडर हैं. समीरा ने अपने ट्वीट में कहा, “मैं आज एक जेन जेड इंटर्न का इंटरव्यू ले रही थी और वह कहता है कि वह 5 घंटे से अधिक काम के साथ वर्क-लाइफ बैलेंस की तलाश में है. एमएनसी कल्चर पसंद नहीं है इसलिए स्टार्ट अप में काम करना चाहती हूं. साथ ही 40-50 हजार स्टाइपेंड भी चाहता है. भगवान काम के भविष्य को आशीर्वाद दें.”


 



 


ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल


इस ट्वीट के वायरल होने पर ट्विटर पर यूजर्स ने कई सारी प्रतिक्रियाएं दी. लोगों ने अपने अनुभव भी साझा किए. कई युवाओं ने अपने सपोर्ट किया तो कुछ ने अपनी बातें रखी. एक यूजर ने जेन जेड इंटर्न को सपोर्ट करते हुए लिखा, "मुझे यह पसंद है कि वह अपने लिए एक प्रियॉरिटी सेट कर रहा है. साथ ही टाइम और वर्क लाइफ बैलेंस की वैल्यू कर रहा है, जो कि ज्यादातर इम्प्लॉई के लिए यह मैटर नहीं करता." एक अन्य ने लिखा, "टाइम के साथ वह शख्स बिल्कुल सही कर रहा है. इसमें हंसने वाली कोई बात नहीं." तीसरे यूजर ने लिखा, "वॉव, एक जेन जेड इंटर्न ने पहले से ही अपने काम को वैल्यू देने लगा. इससे अच्छा क्या हो सकता है."