मिलिए दुनिया के पहले AI बच्चे से, जिसकी है बच्चों जैसी फीलिंग्स; हंस भी सकता है, रो भी सकता है
Trending: चीनी वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है. बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (BIGAI) ने `टोंग टोंग` नामक एक मानव-आकार की AI गुड़िया विकसित की है.
World First AI Child: चीनी वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है. बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (BIGAI) ने "टोंग टोंग" नामक एक मानव-आकार की AI गुड़िया विकसित की है. यह गुड़िया तीन साल के बच्चे जैसी दिखती है और उसमें उसी उम्र के बच्चे जैसे इमोशन और कॉग्नेटिव एबिलिटी भी हैं. टोंग टोंग का क्रिएशन AI टेक्नोलॉजी में एक बड़ी छलांग है. यह AI के क्षेत्र में एक नया युग शुरू करने का संकेत देता है, जिसमें AI मानव जीवन में और अधिक गहराई से जुड़ जाएगा.
टोंग टोंग: एक अनोखी AI बच्ची
पिछले महीने फ्रंटियर्स ऑफ जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी में "टोंग टोंग" नाम की AI बच्ची का इनॉग्रेशन हुआ. टोंग टोंग इंसानों जैसा बिहैव करती है और इतना ही नहीं, उसके इमोशन भी किसी बच्चे की तरह है. यानी कि वह किसी भी मजाक पर हंस भी सकती है और रुलाने पर रो भी सकती है. यही वजह है कि टोंग टोंग लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है. टोंग टोंग 600 से अधिक शब्दों की शब्दावली और इमोशन्स को समझने की क्षमता रखती है. वह एक बच्चे की तरह सीख भी सकती है. हालांकि, टोंग टोंग में कुछ सीमाएं भी हैं. वह वास्तविक दुनिया में सीधे तौर पर बातचीत नहीं कर सकती.
टोंग टोंग का दिमाग बेहद ही खास
इवेंट में एक वीडियो भी दिखाया गया जिसमें बताया गया कि "टोंग टोंग का दिमाग है और वह इंसानों द्वारा सिखाई गई सामान्य ज्ञान को समझने की कोशिश करती है." वीडियो में आगे कहा गया, "वह सही और गलत में फर्क जानती है, अलग-अलग स्थितियों में अपने विचार व्यक्त करती है और भविष्य को आकार देने की शक्ति रखती है." आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण टोंग टोंग को परिस्थितियों के अनुसार काम करना आसान बनाते हैं. इसी बीच, एक उदाहरण में गुड़िया के अपने वर्चुअल एटमॉसफियर को साफ करने की ट्रेंड ने दर्शकों को इंस्पायर किया.