Odisha Teacher Nagesh Patro: शिक्षा इतना बड़ा हथियार है कि शायद इससे बड़ी शक्ति कुछ और नहीं मानी जाती है. ऐसे ही एक शिक्षक की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है जिसमें एक शिक्षक दिन में प्रोफेसर है लेकिन रात में कुली का काम करता है. यह कहानी ऐसी क्यों है इसे जानने के बाद शायद आप भी भावुक हो जाएंगे क्योंकि गरीब बच्चों के लिए यह शिक्षक काफी मेहनत कर रहे हैं.


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गरीब बच्चों के लिए मुफ्त की कोचिंग
दरअसल, इनका नाम नागेशु पात्रा है और ये ओडिशा के गंजम जिले के रहने वाले हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वे गंजम जिले में गरीब बच्चों के लिए मुफ्त की कोचिंग चलाते हैं और गंजम के ही एक निजी कॉलेज में गेस्ट प्रोफेसर हैं लेकिन वहां से पर्याप्त पैसा नहीं मिल पाता है. इसलिए वे नजदीकी रेलवे स्टेशन पर रात में कुली बनकर रेलवे यात्रियों का सामान उठाते हैं. 


बतौर कुली 10 से 12 हजार कमाई
उनका खुद कहना है बतौर कुली महीने में करीब 10 से 12 हजार तक की कमाई करता हूं. जहां मैं अपना अधिकांश कमाई का पैसा गरीब बच्चों के लिए पढ़ाई में खर्च करता हूं, वहां हमने टीचर रखे हुए हैं. वहीं कॉलेज में गेस्ट प्रोफेसर के रुप में प्रत्येक कक्षा के लिए 200 रुपए मिलते हैं. इन सबके बीच वे खुद भी गरीब छात्रों को पढ़ाने के लिए समय भी निकालते हैं.


तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल
फिलहाल उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें वे सामान उठाते हुए नजर आ रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक वे पोस्ट ग्रेजुएट हैं और साथ ही 2011 से कुली के रूप में रजिस्टर्ड हैं. जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद उनकी स्थिति गड़बड़ हुई थी और वे एक साथ कई काम करते हैं.


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