पक्षियों के लिए बना 6 मंजिला अपार्टमेंट्स, कलरफुल बिल्डिंग देख लोग रह गए दंग
Birds Apartment In Jaipur: अक्सर हमने लोगों को अपार्टमेंट में रहते हुए देखा है, लेकिन क्या आपने कभी चिड़ियों का अपार्टमेंट देखा? अगर नहीं तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए.
तपती धूप और गर्मी से परेशान लोग राहत ढूंढने की तलाश में रहते हैं. अक्सर लोग किसी ठंडी जगह पर जाकर आराम फरमाना पसंद करते हैं. इंसानों के लिए गर्मी से राहत पाने के लिए कई ऑप्शन मिल जाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पशु-पक्षी गर्मी के दिनों में कैसे रहते हैं. राजस्थान के जयपुर में पक्षियों को गर्मी से राहत देने के लिए बड़ा ही नेक काम किया है. पिंजारा पोल गोशाला ने पक्षियों को रहने का ठिकाना बनाया है. इस 6 मंजिला अपार्टमेंट्स में पक्षी आकर अपना घोंसला बना सकती है और सुकून के साथ यहां पर रह सकती है.
जयपुर में चिड़ियों के लिए बनाई गई अपार्टमेंट्स
बढ़ती आबादी के कारण बड़े-बड़े शहरों में अपार्टमेंट्स और ऊंची-ऊंची बिल्डिंग्स की भरमार हो गई है. लाखों लोग अपार्टमेंट्स में बसने लगे हैं और दो या तीन बीएचके फ्लैट्स में जीवन व्यतीत कर रहे हैं. अब सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं, बल्कि पक्षियों के लिए भी बिल्डिंग बनाई जा रही है. आप यह सुनकर चौंक गए होंगे. जी हां, राजस्थान के जयपुर जिले में कुछ ऐसा ही देखने को मिला. पक्षियों के लिए ऐसे अपार्टमेंट्स बनाए गए हैं, जिसमें वह आकर न सिर्फ रह सकती हैं, बल्कि अंदर मौजूद सुविधाओं का लाभ भी ले सकती हैं.
इन अपार्टमेंट्स में रह सकेंगे लगभग 2000 पक्षी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा अनोखा अपार्टमेंट राजस्थान के जयपुर जिले में बनाया गया है. चिड़ियों का यह अपार्टमेंट 6 मंजिल का है. इसमें हर सुख-सुविधा का ख्याल रखा गया है. गोशाला के सदस्य आर विजयवर्गीय का कहना है कि आज के समय में लोग अपार्टमेंट में रहना पसंद करते हैं, लेकिन पक्षियों को भूल जाते हैं. इस अपार्टमेंट में लगभग 2000 पक्षी एक साथ रह सकते हैं.
'पक्षी तीर्थ' रखा गया इसका नाम
इस अपार्टमेंट में चिड़िया आकर अपना घोंसला तैयार कर सकती हैं. इसके साथ ही उनके लिए खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया है. इस अपार्टमेंट को गुंबद के आकार का बनाया गया है, ताकि चिड़िया किसी भी तरफ से आकर इसमें बस सके. कई पक्षी पहले से ही आकर रहना शुरू कर दिया है. 6 मंजिला इमारत 80 फीट ऊंची है और इसका नाम 'पक्षी तीर्थ' रखा गया है. इस बनाने के लिए गुजरात के कारीगर आए.