Heart Surgery in Darkness: डॉक्टरों को ऐसे ही नहीं भगवान का दूसरा अवतार खा जाता है क्योंकि अंतिम उम्मीद उन्हीं की शरण में जाने के बाद मिलती है. यूक्रेन से एक ऐसा ही मामला सामने आया जब रूसी सौनिकों का आक्रमण अभी भी जारी हो तो अस्पताल के एक कोने में यूक्रेन के कुछ डॉक्टर अपने एक नन्हें नागरिक की जान बचाने पर लगे गए. यह सब तब हुआ जब उन सैनिकों ने वहां अंधेरा कर दिया था.


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दरअसल, यह मामला यूक्रेन के एक अस्पताल का है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला 24 नवंबर का है. एक महिला ने इस मामले का एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि कैसे यह सब संभव हुआ है. उसने यह बताया कि रूस ने कीव पर मिसाइल से हमला किया, जिसके चलते कीव हार्ट इंस्टीट्यूट की बिजली गुल हो गई और यहां डॉक्टर्स एक बच्चे की सर्जरी कर रहे थे.


इसी सर्जरी के दौरान हड़कंप मच गया लेकिन डॉक्टरों की टीम ने हार नहीं मानी और इमरजेंसी लाइट की मदद से सर्जरी पूरी की गई. मामले को लेकर एक डॉक्टर ने बताया कि हमें इस तरह से अंधेरे में सर्जरी करनी पड़ रही है क्योंकि अचानक से लाइट चली गई और अंधेरा हो गया. हम सर्जरी को बीच में रोक नहीं सकते थे तो इमरजेंसी लाइट के इस्तेमाल से इसे पूरा किया गया. उन्होंने तंज कसते हुए रूस से कहा कि खुशी मनाओ बहुत अच्छा काम कर रहे हो. 


एक तथ्य यह भी है पूरे देश में रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन की एनर्जी सप्लाई तबाह कर दी है. करीब एक करोड़ लोग बिना बिजली के रहने के लिए मजबूर हो गए हैं. इसी कड़ी में यह मामला भी सामने आ गया जो सोशल मीडिया के जरिए पूरी दुनिया में फैल गया. इस पर लोग प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं और रूसी सैनिकों को कह रहे हैं कि कम से कम मानवता तो बची होनी चाहिए.


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