वैज्ञानिकों ने खोजा इंसानों से भी बड़ा बिच्छू, जो समुद्र में करोड़ों साल से करते थे राज लेकिन...
Scorpion History: लगभग 400 मिलियन साल पहले, समुद्र में विशाल समुद्री बिच्छू रहते थे, जिनमें से कुछ 8 फीट लंबे थे और कुछ मनुष्यों के आकार के थे. ये समुद्री बिच्छू सबसे खतरनाक शिकारी थे और वे समुद्रों को पार करने में सक्षम थे.
Scorpion Bigger Than Human: वैज्ञानिकों ने हाल ही में समुद्र की गहराइयों से कुछ ऐसे रहस्य खोजे हैं जो कई लोगों को चकित कर देंगे. इनमें से एक रहस्य बहुत ही अद्भुत है, जैसे कोई परी कथा हो. लगभग 400 मिलियन साल पहले, समुद्र में विशाल समुद्री बिच्छू रहते थे, जिनमें से कुछ 8 फीट लंबे थे और कुछ मनुष्यों के आकार के थे. ये समुद्री बिच्छू सबसे खतरनाक शिकारी थे और वे समुद्रों को पार करने में सक्षम थे. द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नया रिसर्च डॉ. बिकनेल और उनके सहयोगियों द्वारा किया गया और इसे बीते शनिवार को गोंडवाना रिसर्च पेपर में पब्लिश किया गया.
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आज दिखते हैं छोटे-छोटे बिच्छू लेकिन
यह थोड़ा अचंभा लग सकता है, क्योंकि आजकल के बिच्छू आपके हाथ की हथेली में आसानी से फिट हो जाते हैं और काफी हानिरहित लगते हैं. लेकिन ये जीव जो केकड़ों, झींगा-मछलियों और मकड़ियों के प्राचीन रिश्तेदारों के रूप में क्लासीफाई किए जा सकते हैं जिसे यूरिप्टेरिड्स कहलाते थे, जिन्हें आम बोलचाल में समुद्री बिच्छू के नाम से जाना जाता है. ये एक विलुप्त समूह के जलीय अकशेरुकी प्राणी थे. इनके अस्तित्व और विलुप्त होने की कहानी वैज्ञानिकों ने तब खोजी जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में इनके जीवाश्मों का अध्ययन किया.
क्या है पुराने बिच्छुओं का इतिहास
यूरिप्टेरिड्स विभिन्न आकारों में आते थे, लेकिन सबसे जाने-माने वे प्रकार हैं जो नौ फीट से अधिक लंबे हो सकते थे. उनके पास विशाल पंजे, मोटे बाहरी कंकाल और तैरने के लिए मजबूत पैरों का सेट था. यह बहुत संभव है कि ये समुद्री जीव समुद्रों पर राज करते थे. हालांकि वे पेलियोजोइक काल के शिकार हो गए. द सन के अनुसार, सिलुरियन युग (443.8 से 419.2 मिलियन वर्ष पूर्व) और देवोनियन युग (419.2 से 358.9 मिलियन वर्ष पूर्व) के नवीनतम जीवाश्म वर्तमान ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में एक चट्टान में मुद्रित पाए गए.
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रिसर्चर्स ने ध्यान दिया कि बाहरी कंकाल से बने जीवाश्म पीटेरिगोटस और जैकेलोप्टेरस जीनस से संबंधित थे. जबकि पहले लगभग पांच फीट, सात इंच के थे, बाद वाले आठ फीट से अधिक लंबे हो सकते थे, जो इंसानों के लिए एक भयावह दृश्य रहा होगा. जीवाश्म अवशेष प्राचीन गोंडवाना में बिखरे हुए पाए गए, जिसमें वर्तमान अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, भारतीय उपमहाद्वीप और अरब प्रायद्वीप शामिल थे, जो समुद्री बिच्छुओं की हजारों किलोमीटर तैरने की क्षमता को साबित करता है.