Doctor Lived With Dead Body: प्यार एक खूबसूरत एहसास है, लेकिन कुछ प्रेम कहानियां हमेशा ऐसी नहीं होती हैं. अमेरिका के फ्लोरिडा में डॉ. डेथ के नाम से मशहूर कार्ल तंजलर ने एक बार एक यंग पेशेंट के डेड बॉडी को उसकी कब्र से चुरा लिया और उसे वापस जिंदा करने के प्रयास में उस पर प्रयोग किया. खौफनाक वैज्ञानिक को इसके लिए फ्लोरिडा के फ्रेंकस्टीन सहित कई उपनाम दिए गए थे. डॉ. कार्ल तंजलर ने लाश को संरक्षित किया और उसकी आंखों को शीशे से और उसके चेहरे को नकाब से बदल दिया. जब तक मृत महिला के परिवार द्वारा प्रयोगों की खोज नहीं की गई और पुलिस को सूचना नहीं दी गई, तब तक वह लाश के साथ सात साल तक अपनी "दुल्हन" मानकर रहता रहा. 


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डॉक्टर ने कब्र से निकालकर अपने साथ रखा


मारिया एलेबा मिलाग्रो डी होयोस के रूप में पहचानी गई मृत महिला को अपनी प्रेमिका मानने वाले डॉक्टर जब भी उसकी आंखों को देखते हैं तो वह परेशान हो जाते. तब उन्हें विश्वास हो गया कि वह महिला ही उनका एक सच्चा प्यार है और सात साल तक उसे वापस जीवन में लाने के अपने प्रयासों पर नहीं रुके. जबकि परेशान करने वाली सच्ची अपराध कहानी किसी को भी बुरे सपने दिखा सकती है. कानूनी खामियों के कारण डॉ. तंजलर पर कभी मुकदमा नहीं चलाया गया. ऐलेना का परिवार तंजलर की लाश को देखकर भयभीत था और उसकी बहन ने कोर्ट को बताया कि यह उसके जीवन में अब तक की सबसे अजीब चीज थी.


पहली बार मरीज से अस्पताल में मिला और फिर


डॉक्टर आश्वस्त था कि वह ऐलेना को वापस जीवन में लाने की कोशिश कर रहा था और अपने प्रयोगों से उसकी लाश को खराब नहीं कर रहा था. डॉ. तंजलर को 21 वर्षीय ऐलेना से तब मिलवाया गया था जब वह की वेस्ट फ्लोरिडा के एक अस्पताल में उसकी मरीज थी. जर्मनी में जन्मे डॉक्टर तंजलर के लिए उसका इलाज कर रहे थे. डॉ कार्ल तंजलर का जन्म 1877 में ड्रेसडेन में हुआ था, लेकिन प्रथम विश्व युद्ध के बाद वे अंततः यूएसए चले गए जहां उन्होंने काउंट कार्ल वॉन कोसेल का नाम कमाया. उसने दावा किया कि उसके पास विश्वविद्यालय की नौ डिग्रियां हैं और वह एक महल में पला-बढ़ा है. डॉक्टर तंजलर ने दावा किया था कि जब वह 12 साल के थे तब एक भूत उनसे मिलने आया था और उन्हें अपनी भविष्य की दुल्हन दिखाया था. 


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