Google Maps क्या करके मानोगे.. पुलिस को तो छोड़ दो भाई, जाना था असम-पहुंच गए दूसरे राज्य
Advertisement
trendingNow12593374

Google Maps क्या करके मानोगे.. पुलिस को तो छोड़ दो भाई, जाना था असम-पहुंच गए दूसरे राज्य

Assam Police: गूगल मैप्स पर निर्भर कई लोग हाल ही में गलत स्थानों पर पहुंच गए. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें असम पुलिस की एक 16 सदस्यीय टीम गूगल मैप्स के दिशा-निर्देशों के कारण नागालैंड के मोकोकचुंग जिले में फंस गई.

 

Google Maps क्या करके मानोगे.. पुलिस को तो छोड़ दो भाई, जाना था असम-पहुंच गए दूसरे राज्य

Google Maps: गूगल मैप्स पर निर्भर कई लोग हाल ही में गलत स्थानों पर पहुंच गए. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें असम पुलिस की एक 16 सदस्यीय टीम गूगल मैप्स के दिशा-निर्देशों के कारण नागालैंड के मोकोकचुंग जिले में फंस गई. यह घटना मंगलवार रात हुई, जब असम पुलिस की एक टीम एक आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एक छापेमारी कर रही थी. हालांकि, गूगल मैप्स ने टीम को गलत दिशा में भेज दिया जिसके कारण टीम के सदस्य गलत स्थान पर पहुंच गए और स्थानीय लोगों ने उन पर हमला कर दिया.

सभी सदस्य पुलिस नहीं थे, जिससे हुआ और भ्रम

असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना उस समय हुई जब जोर्थाट जिला पुलिस की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए एक चाय बागान क्षेत्र में छापेमारी कर रही थी. गूगल मैप्स पर यह स्थान असम में दिखाया गया था, लेकिन वास्तव में यह नागालैंड के अंदर था. इस कन्फ्यूजन के कारण टीम नागालैंड के अंदर चली गई. अधिकारी ने कहा, "स्थानीय लोगों ने असम पुलिस की टीम को शरारती तत्व समझा और उन पर हमला कर दिया. 16 में से केवल तीन सदस्य यूनिफॉर्म में थे, बाकी नागरिक कपड़ों में थे, जो और भी कन्फ्यूजन पैदा करने का कारण बना."

स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम को रातभर बंधक बनाए रखा

अधिकारी ने बताया कि असम पुलिस की टीम को स्थानीय लोगों द्वारा बंधक बना लिया गया और एक सदस्य को चोटें भी आईं. इसके बाद जोर्थाट पुलिस ने मोकोकचुंग के सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने तुरंत एक टीम भेजी जो असम पुलिस के सदस्यों को छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंची. जब स्थानीय लोगों को यह समझ में आया कि ये असम पुलिस के असली सदस्य हैं, तो उन्होंने पांच सदस्यों को रिहा कर दिया, जिनमें घायल व्यक्ति भी शामिल था. हालांकि, बाकी 11 सदस्य रातभर बंधक बने रहे. अगले दिन सुबह उन्हें रिहा कर दिया गया और वे बाद में जोर्थाट पहुंच गए.

(इनपुट पीटीआई से)

Trending news