YouTuber Musician: फ्लोरिडा के एक संगीतकार ने अपने दिवंगत अंकल को श्रद्धांजलि देने के लिए एक अनोखी गिटार बनाई. यह संगीतकार यूट्यूब पर "मिडनाइट प्रिंस" के नाम से मशहूर हैं, जिसने अपनी गिटार को बनाने में अपने अंकल फिलिप की हड्डियों का इस्तेमाल किया. उनके अंकल का निधन 1990 के दशक में हुआ था.


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मिडनाइट प्रिंस ने 2021 में एक इंटरव्यू में इस फैसले की पूरी कहानी शेयर की थी. उन्होंने बताया था कि उनका अंकल फिलिप 1996 में ग्रीस में एक मोटरसाइकिल हादसे का शिकार हो गए थे, जब उनकी उम्र सिर्फ 28 साल थी. अंकल की हड्डियों को शुरू में एक मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया गया था, जहां इनका इस्तेमाल शोध के लिए किया जा रहा था. करीब दो दशकों तक हड्डियों का शोध कार्य में उपयोग हुआ, लेकिन बाद में ग्रीस में वास्तविक हड्डियों का शैक्षिक उद्देश्यों के लिए उपयोग बैन कर दिया गया. इसके बाद कॉलेज ने अंकल की हड्डियां वापस कर दीं, और परिवार ने उन्हें पास के कब्रिस्तान में रख दिया.


लेकिन कब्रिस्तान में रखे जाने के बाद भी परिवार को हड्डियों के लिए किराया देना पड़ता था, जो उनकी आर्थिक स्थिति के लिए एक बड़ा बोझ बन गया था. मिडनाइट प्रिंस ने बताया, "बीस साल बाद अंकल की हड्डियां एक कब्रिस्तान में रखी थीं, और हमें उनका किराया देना पड़ता था जो एक बड़ा समस्या बन गया था." प्रिंस ने इसके बाद खुद ही अपने अंकल की हड्डियों को अमेरिका लाने का फैसला किया. उन्होंने स्थानीय शवगृह की मदद से अंकल की हड्डियां अमेरिका भेजीं. जब प्रिंस ने यह कदम उठाया, तब उनके परिवार को नहीं पता था कि वह इन हड्डियों के साथ क्या करेंगे.


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प्रिंस ने कब्रिस्तान में उनकी जगह एक और कब्र खरीदने से इंकार कर दिया और एक नई दिशा में सोचने का फैसला किया. उन्होंने अंकल फिलिप की हड्डियों से एक गिटार बनाने का निर्णय लिया. इस विचार को लेकर उनके दोस्तों ने आशंका जताई थी कि यह गिटार पारंपरिक गिटार की तरह आवाज नहीं देगा, लेकिन प्रिंस का मन पहले से बना हुआ था. गिटार बनाने का कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण था. हड्डियों को जोड़ने के लिए प्रिंस को पहले रीढ़ की हड्डी में एक धातु की छड़ जोड़नी पड़ी.


इसके बाद, गिटार की तारों को सही तरीके से बांधने के लिए उन्हें यह सुनिश्चित करना पड़ा कि गिटार का नेक और ब्रिज समानांतर हो. इसके बाद प्रिंस ने गिटार के जैक को अंकल की कूल्हे की हड्डी में डाला. गिटार तैयार होने के बाद प्रिंस ने इसे "स्केलेकेस्टर" नाम दिया. उनके परिवार की इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया थी.


उनकी मां शुरुआत में इस प्रोजेक्ट को असंवेदनशील और शैतान का काम मानती थीं, लेकिन प्रिंस ने उन्हें समझाया, "अंकल फिलिप मेटल के सबसे बड़े फैन थे. वह कहां रहना पसंद करते? जमीन में या गिटार बजाते हुए?" प्रिंस का मानना है कि "स्केलेकेस्टर" हमेशा उनके अंकल फिलिप की याद दिलाता रहेगा. वह इसे यूट्यूब वीडियो में बजाते हुए नजर आ चुके हैं.