Thailand Drunk Monk Arrest: एक शराबी साधु को यह दावा करने के बाद गिरफ्तार किया गया है कि वह शराब पीकर गाड़ी चला रहा था,क्योंकि व्हिस्की कोविड -19 को रोक सकता है. इस बौद्ध भिक्षु का नाम फ्रा थानाकोर्न है. इस 63 साल के साधु को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह थाईलैंड के मुआंग लोएज जिले के एक स्थानीय बाजार में लोगों से पैसे मांगने के लिए ड्राइव कर रहा था. इस दौरान वह काफी रेस ड्राइविंग कर रहा था.


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कार के दरवाजे पर मंदिर का नाम


'डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक, जब पुलिस को सूचना मिली कि एक गाड़ी बाजार में काफी तेजी से चल रही है और उससे खतरा हो सकता है. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्हें पिकअप ट्रक खड़ा मिला. पुलिस ने जब गाड़ी की छानबीन की तो पता चला कि उसके दरवाजे पर बौद्ध मंदिर का नाम छपा हुआ था.


नशे की हालत में मिला भिक्षु


इसके बाद पुलिस बौद्ध भिक्षु को खोजने के लिए निकल पड़ी. जब वह वापस कार के पास आई तो देखा कि वह नशे में कार के अंदर बैठा हुआ है. उन्होंने उसे कार से बाहर निकलने के लिए कहा, लेकिन वह बहुत नशे में था. कार से बाहर निकलते ही वह डगमगा गया था. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो वह इधर-उधर की बात करने लगा. इसके साथ ही वह किसी भी प्रकार का आईडी दिखाने में विफल रहा.


ड्राइवर के एक्सीडेंट का बहाना


हालांकि, उसने कहा कि उन्हें अपने मंदिर में तीन महीने के लिए एकांतवास पर जाना था. इसके लिए वह नींबू के साथ व्हिस्की पी रहे थे. भिक्षु ने कहा कि वह और दो और भिक्षु बाजार जाने के लिए सुबह पिकअप ट्रक में मंदिर से निकले थे, लेकिन उनका ड्राइवर एक्सीडेंट में घायल हो गया, इसलिए उन्होंने खुद पिकअप ट्रक चलाई.


कोरोना रोकने में मददगार


उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि कार में बैठने से पहले, उन्होंने नींबू के साथ व्हिस्की के दो शॉट किए, क्योंकि उनका मानना ​​​​है कि यह कोविड -19 को रोकने में मदद करता है. भिक्षु ने यह भी स्वीकार किया कि वह नशे में था, इसलिए उसे परीक्षण के लिए मुआंग लोएज पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उन्होंने उसे काफी नशे में पाया. 
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