नई दिल्ली: जैकोबिन कोयल (Jacobin Cuckoo) यानी चातक (Chatak) को भारत में एक भाग्यशाली पक्षी (Lucky Bird) के तौर पर देखा जाता है. बता दें कि चातक एक ऐसा पक्षी है जो केवल बरसात का पानी (Rain Water) ही पीता है. भारतीय साहित्य (Indian Literature) में इसके बारे में ऐसा माना जाता है कि यह बारिश की पहली बूंदों को ही पीता है. 


दो आबादी वाला पक्षी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अगर इस पक्षी (Bird) को साफ पानी (Clean Water) की झील में डाल दिया जाए तब भी यह पानी नहीं पिएगा और अपनी चोंच बंद कर लेगा जिससे झील (Lake) का पानी इसके मुहं में न जा सके. भारत में चातक की 2 आबादी (Two Populations) हैं. एक दक्षिणी (Southern) भाग का निवासी है. और दूसरा मॉनसूनी हवाओं (Monsoon Winds) के साथ अरब सागर (Arabian Sea) को पार करते हुए अफ्रीका (Africa) से उत्तर और मध्य भारत (North And Central India) में अपनी राह बनाता है.


ये भी पढें: ये 5 जंक फूड जो सेहत के लिए होते हैं सुपर गुड, जानें इनके फायदे


चातक पक्षी होता है मुखर


इसका वैज्ञानिक नाम क्लैमेटर जैकोबिनस (Clamator Jacobinus) है. बता दें कि क्लैमेटर का मतलब होता है चिल्लाना यानी एक ऐसा पक्षी जो काफी मुखर (Outspoken) है. ये पक्षी कीटभक्षी (Insectivorous) होते हैं जिसका मतलब है कि ये टिड्डे-भृंगे (Locust Beetles) खाते हैं लेकिन कई बार इन्हें फल और जामुन (Fruits And Berries) भी खाते हुए देखा गया है.


अंडे दूसरे पक्षियों के घोसले में देते हैं


चातक (Chatak) की एक अनोखी बात ये है कि ये अपने अंडे (Eggs) दूसरे पक्षियों के घोंसले (Nests) में देते हैं. दरअसल ये पक्षी बब्बलर और बुलबुल (Bubbler And Bulbul) जैसे आकार वाले पक्षियों को अपने मेजबान के तौर पर पसंद करती हैं और उनके घोंसलों में अपने रंगीन अंडे (Colored Eggs) रख देती हैं.


ये भी पढें: सीएम योगी ने ट्वीट की पीएम मोदी के साथ तस्वीर, जीत को लेकर कही ये बात


मानसून के आने का देते हैं संकेत


आपको बता दें कि उत्तरी भारत (North India) के ज्यादातर हिस्सों में ये पक्षी (Bird) मानसून (Monsoon) से पहले पहुंच जाते हैं. जिन जगहों में मानसून अपने समय से पहले दस्तक देता है वहां भी ये पक्षी मानसून (Monsoon) आने से पहले पहुंच जाते हैं.


LIVE TV