Indian techie shares toxic work culture experience in firm: अगर किसी को उसके ऑफिस में बॉस या मैनेजर की प्रताड़ना का सामना या फिर 12-15 घंटे रोज खटना नहीं पड़ता ऐसे इम्प्लाई यकीनन बड़ी किस्मत वाले होते हैं. क्योंकि वर्क प्लेस की बदतर हालातों से जुड़ी खबरें आए दिन सामने आती रहती हैं. सरकार ऐसी चीजों को रोकने के लिए कड़े कानून भी बनाती है, बावजूद इसके 140 करोड़ की आबादी वाले देश में नौकरी की इतनी मारामारी है कि अगर केवल एक पोस्ट के लिए भी विज्ञापन निकला हो तो उसका इंटरव्यू देने सैकड़ों लोग आ जाते हैं, भारत में बहुत से लोगों का मानना है कि शायद इसी वजह से कुछ संस्थान छोड़ दिए जाएं तो इस टॉक्सिक वर्क प्लेस वाली समस्या का स्थाई समाधान अबतक नहीं निकल पाया है. इस भूमिका के बीच एक शख्स ने स्टार्टअप दुनिया की स्याह सच्चाई सोशल मीडिया पर पोस्ट की तो नेटिजंस ने इस मुद्दे को लेकर जमकर माहौल बनाया और इस विषय को बहस का हॉट टॉपिक बना दिया.


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15 घंटे काम, ताने और गाली गलौच और...


इस शख्श की कहानी भी उसी Reddit पर वायरल हो रही है, जो दुनियाभर के कर्मचारियों के लिए अपनी नौकरी के संघर्ष, ऑफिस के एक्सपीरिएंस और वर्क प्लेस की चिंताओं को साझा करने का एक पॉपुलर मंच बन गया है. यहां कई कर्मचारी गुमनाम रूप से अपनी कहानियां साझा करके लोगों से सलाह ले सकते हैं और उन लोगों से जुड़कर सीख सकते हैं जो उनसे भी बदतर हालातों या फिर एकसमान चुनौतियों का सामना करते हैं.


रेडिटर की आपबीती


ताजा मामले में इस Redditor ने भारत में एक स्टार्टअप कंपनी के जहरीले वर्क कल्चर के तमाम बुरे अनुभवों को साझा किया है. अपनी पोस्ट में उस कर्मचारी ने कंपनी के को फाउंडर में से एक, जो टेक्निकल टीम का हेड भी है, उसपर मौखिक दुर्व्यवहार और अपमानित करने का आरोप लगाया है. अपना दुखड़ा सुनाते हुए उसने विस्तार से बताया कि कैसे दुर्व्यवहार ने उन्हें Google मीट सत्र के दौरान रोने पर मजबूर कर दिया.


सोशल मीडिया पर भड़के नेटिजंस


इस खबर के पोस्ट होते ही लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ऐसे बॉसेस पर लगाम लगाने और वर्क प्लेस का माहौल बेहतर बनाने की मांग कर रहे हैं.