इस रशियन आर्टिस्ट को है भारत से सबसे ज्यादा प्यार, पेटिंग वर्कशॉप में दिखा बेहतरीन नजारा
Art Workshop: रूसी हाउस ने हाल ही में एक पेंटिंग मास्टरक्लास वर्कशॉप करवाया, जिसे मशहूर आर्टिस्ट ओल्गा लेवचेंको भी शामिल हुए. नई दिल्ली के रूसी हाउस में आयोजित यह इवेंट क्रिएटिविटी और कल्चरल इंटरैक्शन का था.
Painting Masterclass Workshop: रूसी हाउस ने हाल ही में एक पेंटिंग मास्टरक्लास वर्कशॉप करवाया, जिसे मशहूर आर्टिस्ट ओल्गा लेवचेंको भी शामिल हुए. नई दिल्ली के रूसी हाउस में आयोजित यह इवेंट क्रिएटिविटी और कल्चरल इंटरैक्शन का था. इसमें 30 से ज्यादा लोगों में पार्टिसिपेट किया और बेहतरीन एक्सपीरियंस लिया. इस वर्कशॉप का टॉपिक "अपने को और अपनी क्रिएटिविटी को जानें. रंगों और फूलों की दुनिया में खो जाएं." इस वर्कशॉप ने लोगों को ऑयल पेंटिंग की दुनिया जानने का एक खास मौका दिया. ओल्गा लेवचेंको रूस में ललित कला और शिक्षा में योगदान के लिए कांस्य, रजत और स्वर्ण पदक प्राप्त कर चुकी हैं.
यह भी पढ़ें: शाबाश! सचिव जी, बहुत अच्छा किए: दिल्ली पुलिस के अतरंगी अंदाज ने जीत लिया 'जनता का दिल'
रशियन हाउस में हुई पेटिंग वर्कशॉप
वर्कशॉप में कई लोग ऐसे थे जो पहली बार पेंटिंग कर रहे थे. ओल्गा ने ही इस सेशन में हिस्सा लिया और उनकी आर्ट की विशेषज्ञता और जुनून ने सभी को अपनी कलाकृति बनाने के लिए प्रेरित किया. आईएआरसी की चेयरमैन एलेना बारमैन ने इस इवेंट के दौरान कहा, "ओल्गा लेवचेंको द्वारा आयोजित पेंटिंग मास्टरक्लास वर्कशॉप सभी के लिए एक शानदार अनुभव था. इसमें शामिल लोगों का उत्साह और रचनात्मकता देखकर वाकई अच्छा लगा. यह देखना बहुत बढ़िया था कि इतने सारे लोग, जिनमें से कई पहली बार पेंटिंग कर रहे थे, अपनी कलात्मक प्रतिभा को खोज पाए और खूबसूरत कलाकृतियां बना सके."
यह भी पढ़ें: दो साल के मासूम ने बनाई ऐसी धांसू पेंटिंग, लोग कहने लगे- मुझे चाहिए, मुझे चाहिए; कीमत कर देगी हैरान
आर्टिस्ट ओल्गा लेवचेंको ने सिखाई बारीकियां
ओल्गा लेवचेंको ने अपने अनुभव बताते हुए कहा, "मुझे भारत से सबसे ज्यादा प्यार है, और खुशियों के देश की मेरी 17 यात्राओं ने मेरी जिंदगी देखने का नजरिया ही बदल दिया है. कलात्मक खोज की ये यात्रा यहीं से शुरू हुई थी, और ये जुनून दूसरों के साथ बांटना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है. ये मास्टरक्लास वर्कशॉप एक शानदार अनुभव था, और मुझे लोगों के खुलेपन और क्रिएटिविटी ने बहुत इंप्रेस किया. उनमें से कई लोग पहली बार पेंटिंग कर रहे थे, और उनका उत्साह और उनकी बनाई खूबसूरत कलाकृतियां देखकर मैं वाकई इंस्पायर्ड हो गई." तीन घंटे की वर्कशॉप से लोगों को न सिर्फ सीखने का मौका मिला बल्कि कला का भी अनुभव हुआ.