कुछ लोग फूलों के बेहद शौकीन होते है और वह उसके लिए कोई भी कीमत देने के लिए तैयार हो जाते हैं. कुछ ऐसा ही हाल में हुआ जब ऑनलाइन नीलामी में खास फूल की कीमत लाखों रुपए में बोली लगाई गई. क्या आपने कभी स्नोड्रॉप बल्ब (Snowdrop Bulb) नाम के फूल के बारे में सुना है? अगर नहीं तो चलिए हम आपको इस बारे में बताते हैं कि आखिर क्यों खास होते हैं 'स्नोड्रॉप बल्ब'. जैसा कि नाम से पता चलता है, स्नोड्राप खिलने वाले सभी बसंत फूलों में से एक हैं. इसके पौधे ठंडे इलाकों में ही सर्वाइव कर पाते हैं.


आखिर कैसे होती है स्नोड्रॉप बल्ब की पैदावार?


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आम स्नोड्रॉप छोटे पौधे के रूप में होते हैं, जो एक छोटे सफेद फूल का उत्पादन करते हैं. यह फूल खिलने से पहले एक 'ड्रॉप' की तरह अपने डंठल से नीचे लटक जाते है. जब खिलता है, तीन बाहरी पंखुड़ियों को तीन आंतरिक पंखुड़ियों के ऊपर से बाहर निकालता है. पत्तियों को बेहद छोटे ब्लेड की तरह आकार दिया जाता है, जो लगभग 4 इंच लंबा होता है. स्नोड्रॉप बारहमासी पौधे हैं, जो समय के साथ फैल सकते हैं.


स्नोड्रॉप बल्ब को खास तरीके से उगाया गया


स्नोड्रॉप बल्ब को दुनियाभर के कई हिस्सों में उगाया जाता है. हालांकि, ब्रिटेन में इसकी काफी डिमांड है. यही वजह है कि स्नोड्रॉप बल्ब को खास तरीके से उगाया गया और अब इसे ऑनलाइन नीलामी में लाखों रुपए में बेचा गया. स्नोड्रॉप बल्ब का वैज्ञानिक नाम गैलेंथस प्लिकैटस गोल्डन टियर्स (Galanthus plicatus Golden Tears) है, जिसे जो शरमन (Joe Sharman) ने बनाया है. इस फूल को 'स्नोड्रॉप्स के राजा' के रूप में जाना जाता है और इसे एक अनाम कलेक्टर द्वारा खरीदा गया.



सिर्फ एक स्नोड्रॉप बल्ब की कीमत लगाई गई इतनी


ब्रिटेन स्थित कैंब्रिजशायर के कॉटनहैम में जो शरमन ने अपने पहले 'गोल्डन फ्लीस' (Golden Fleece) नाम की एक स्नोड्रॉप बल्ब को बेचा, जिसे विकसित होने में 18 साल लगे. इसकी कीमत £1,850 (करीब एक लाख 88 हजार रुपए से ज्यादा) लगाई गई. स्नोड्रॉप फैन्स का कहना है कि अन्य स्नोड्रॉप फूलों से बेहद अलग है. बागवानी लेखक वैल बॉर्न ने कहा कि ऑनलाइन नीलामी बेवसाइट ईबे पर खरीदा गया एक स्नोड्रॉप बल्ब ने लोगों को चौंका कर रख दिया. हालांकि, शरमन ने स्नोड्रॉप क्रेजीनेस के बारे में कहा, 'इस फूल की सुरक्षा एक बड़ी समस्या है.'