Trending News: राजनादगांव के युवक ने फिलिपिंस की लड़की के साथ हिंदू रीति-रिवाज से शादी की. ये शादी राजनादगांव में चर्चा का विषय बनी हुई है. राजनादगांव के ममता नगर में रहने वाले भावेश गायकवाड़ ने फिलिपिंस में रहने वाली लड़की से राजनादगांव आकर शादी रचाई. भावेश की मुलाकात फिलिपिंस की लड़की जिजेल से पांच साल पहले हुई थी. दोनों टर्की की मर्चेंट शिप पर एक साथ ट्रेनिंग कर रहे थे, इस दौरान दोनों में प्यार हो गया. भावेश ने जिजेल के परिजनों से बात की और उनकी सहमति के बाद दोनों ने शादी करना तय कर लिया. भावेश ने बताया कि फिलिपिंस में लव मैरिज को मान्यता नहीं होने की वजह से दोनों ने भारत आकर शादी करने का फैसला लिया.


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फिलिपींस की बहू लेकर आया देसी दूल्हा


हिंदू रीति-रिवाजों से हुई शादी की सभी रस्में जिसमें हल्दी-मेहंदी और फेरों को जिजेल ने पूरी तरह से निभाया. जी मीडिया से बात करते हुए दुल्हन बनी जिजेल ने बताया कि भावेश के साथ उसकी मुलाकात पांच साल पहले मर्चेंट नेवी पर हुई थी, जहां वह क्रू मेंबर थी. वह भावेश को पसंद करती थी उसे इंडिया पसंद था. उसने बताया यहां का कल्चर और शादी के रीति-रिवाज उसके लिए बिल्कुल ही नए थे, लेकिन उसे अच्छे बहुत लगे. उसे यहां की पानीपूरी, मोमोज, पावभाजी बहुत पसंद आई लेकिन सब स्पाइसी था. उनके फिलीपींस में इतना स्पाइसी खाना नहीं खाया जाता.


मर्चेंट नेवी में नौकरी के दौरान हुई दोनों की मुलाकात


दूल्हे भावेश ने बात करते हुए बताया कि दोनों एक ही शिप में क्रू मेंबर के रूप में काम कर रहे थे. दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे, फिलीपींस में जिजेल का कहना था कि इस शादी से उसके परिजन बहुत खुश हैं. हालांकि दोनों के कल्चर अलग होने से सभी लोगों में घुलने-मिलने में थोड़ा वक्त लगेगा.


मोहब्बत में बदल गई मुलाकात


भावेश और जिजेल कतर की एक मर्चेंट नेवी में एक जहाज पर क्रू मेंबर थे. यहीं दोनों की मुलाकात हुई और मुलाकात मोहब्बत में बदल गई. भावेश ने जिजेल के परिजनों से शादी को लेकर बात की तो उनकी तरफ से कोई ऐतराज नहीं हुई और दोनों ने शादी का फैसला लिया. चूंकि फिलिफिंस में लव मैरिज को मान्यता नहीं होने की वजह से दोनों ने इंडिया आकर शादी की. फिलिपिंस की रहने वाली जिजेल के लिए इंडिया आकर शादी करना अच्छा तो लगा लेकिन यहां के हिंदू रीति-रिवाज उसके लिए बिल्कुल ही नए थे. हल्दी मेहंदी और फेरे ये तमाम रस्मों को उसने बखूबी निभाया.


रिपोर्ट: किशोर शिल्लेदार


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