नई दिल्ली: साल 2020 से दुनियाभर में लॉकडाउन (Lockdown) लगा हुआ है. कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Pandemic) ने सभी को घरों में कैद होकर रहने के लिए मजबूर कर दिया है. लेकिन अगर हम आपसे कहें कि एक महिला अपनी मर्जी से 6 साल से लॉकडाउन (Lockdown) में है यानी अपने घर में कैद है तो क्या आप यकीन कर पाएंगे? यह खबर आपको चौंका देगी (Weird News).


6 साल से नहीं देखी बाहरी दुनिया


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35 साल की एम्मा डेविस (Emma Davis) एमेटोफोबिया (Emetophobia) से ग्रसित हैं. एमेटोफोबिया (Emetophobia) एक ऐसा डर है, जिसमें मरीज को हमेशा उल्टी (Vomiting) होने, उल्टी देखने या दूसरों को उल्टी करते हुए देखने के बाद उल्टी आने का डर बना रहता है. यह फोबिया कुछ लोगों के लिए इतना भयानक हो जाता है कि उनकी पूरी लाइफस्टाइल (Lifestyle) बदल जाती है. इसी डर के कारण एम्मा पिछले 6 सालों से घर से बाहर नहीं निकली हैं. उन्हें हमेशा यह डर सताता रहता है कि अगर वे बाहर गईं तो उन्हें उल्टी आ जाएगी.


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हालत देख घबरा जाते हैं लोग


एम्मा डेविस की विचित्र बीमारी (Weird Disease) देखकर लोगों को उनसे डर लगने लगा है. इसलिए भी वे बाहर जाने के बजाय घर में ही कैद रहना बेहतर समझती हैं. उन्हें अपने घर में रहने में ही खुशी मिलती है. हालांकि कभी-कभी उन्हें घर पर भी एमेटोफोबिया का अटैक (Emetophobia) पड़ जाता है. 23 साल की उम्र से एम्मा को अपनी इस विचित्र बीमारी का अहसास होने लगा था. बाहर निकलने या बस में बैठने पर उन्हें घबराहट महसूस होती थी. इसलिए उन्होंने काम छोड़कर घर पर रहने का फैसला कर लिया था.


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इलाज से भी नहीं मिला आराम


लगभग 12 सालों से एम्मा डेविस का इलाज चल रहा है. लेकिन उन्हें बिल्कुल भी आराम नहीं मिला है. वक्त के साथ उनकी हालत बदतर होती जा रही है. कभी-कभी तो 1 दिन में ही उन्हें 6 पैनिक अटैक (Panic Attack) आ जाते हैं. इस स्थिति से उबरने के लिए उन्होंने कई तरह के इलाज करवाए. लेकिन इसके बावजूद उनकी बीमारी ठीक नहीं हुई. ऐसे में वे घर में ही रहने को मजबूर हैं.


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