Washroom Gate Fact: मॉल के वॉशरूम में क्यों ऊपर तक नहीं बने होते गेट? इसके पीछे एक दो नहीं बल्कि 5 कारण हैं
Why toilet doors are not fully enclosed: जब हम मॉल, होटल या फिर पब्लिक टॉयलेट में जाते हैं तो उसके गेट हमारे घर पर बने टॉयलेट से अलग होते हैं. यहां के वॉशरूम के गेट ऊपर और नीचे से कटे होते हैं.
Public Toilet interesting fact: वॉशरूम को लेकर दुनिया भर में अलग अलग फेक्ट हैं. आज हम आपको एक ऐसा फेक्ट बताने जा रहे हैं जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होगी. देखा तो सभी ने होगा लेकिन इसके पीछे का कारण क्या है इसके बारे में कभी शायद ही सोचा होगा, और सोचा होगा तो शायद इग्नोर कर दिया होगा.
जब हम मॉल, होटल या फिर पब्लिक टॉयलेट में जाते हैं तो उसके गेट हमारे घर पर बने टॉयलेट से अलग होते हैं. यहां के वॉशरूम के गेट ऊपर और नीचे से कटे होते हैं. यह न तो छत तक बने होते हैं और न ही पूरे जमीन तक बने होते हैं. इसके पीछे का लॉजिक क्या है इसके बारे में हम आपको बता रहे हैं. इसके पीछे के 1-2 नहीं बल्कि पूरे 5 कारण हैं. यह कारण एकदम साइंटिफिक हैं.
इमरजेंसी एक्सेस के लिए: पब्लिक टॉयलेट का रोजाना न जाने कितने लोग इस्तेमाल करते हैं. ऐसे मे अगर किसी को कोई मेडिकल इमरजेंसी आ जाए, बेहोश हो जाए तो आसानी से पता लगाया जा सकता है कि वह कहां फंसा है.
सही एयर सर्कुलेशन के लिए: पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल ज्यादा होता है. ऐसे में अगर सही एयर सर्कुलेशन नहीं होगा तो फिर वहां रुकना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए इनके गेट ऊपर और नीचे से छोटे बनाए जाते हैं.
ये साफ करने में आसान होते हैं: पब्लिक बाथरूम में अलग अलग तरह के लोग आते हैं और उनका इस्तेमाल करते हैं. तो इनके गेट भी जल्दी गंदे हो जाते हैं. गेट छोटे होंगे तो उनकी सफाई करने में भी आसानी होगी.
सबसे ज्यादा अफोर्डेबल: जब गेट को पूरा बनाया जाएगा तो उसमें मटेरियल ज्यादा लगेगा. वहीं अगर गेट छोटा होगा तो मटेरियल कम लगेगा. अगर मटेरियल कम लगेगा तो फिर खर्चा भी कम आएगा. इसलिए यह गेट अफोर्डेबल भी होते हैं.
किसी बुरी घटना को रोकने के लिए: पब्लिक प्लेस पर किसी गलत घटना को रोकने के लिए इनके गेट छोटे बनाए जाते हैं. पब्लिक प्लेस पर शराब पीने जैसी चीजों को रोकने में भी यह काफी मददगार साबित हो सकते हैं.
नई नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत क्लिक करें
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे