Sleeping On Tree: इंसान जब नींद में होता है तो उसे सोने के अलावा कुछ और नहीं दिखाई देता है. इतना ही नहीं इंसानों को सोने के लिए एक ऐसी जगह की जरूरत होती है जहां उनका शरीर अच्छे से टिक सके, वे खड़े होकर या बैठकर सो नहीं सकते हैं ऐसा करने में उन्हें बहुत मुश्किल होती है. लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि आखिर क्या कारण है कि जब पक्षी पेड़ों पर सोते हैं, तो वे गिरते नहीं हैं. यहां तक कि वे डाल पर बैठे-बैठे सो जाते हैं. आइए इस बारे में जानते हैं.


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दरअसल, इस बारे में पक्षियों के एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके कई कारण हैं. पक्षी बहुत छोटी-छोटी नींद लेते हैं जबकि इंसान एक बार में गहरी नींद लेते हैं. इसके अलावा पक्षी जब भी सोते हैं तो उनकी एक आंख खुली रहती है, ऐसे में उनका दिमाग एक्टिव रहता है. वे अपने दिमाग को इस तरह से कंट्रोल कर लेते हैं कि सोने के वक्त उनके दिमाग का कोई एक भाग यानी एक्टिव रहता है. 


एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसको ऐसे समझिए कि अगर पक्षियों का लेफ्ट हेमिस्फियर एक्टिव है तो दाईं आंख खुलती है और बाईं आंख तब खुलती है जब उनका हेमिस्फियर एक्टिव रहता है. इस तरह की नींद लेने की क्षमता के चलते ही चिड़िया अपने आप को तब भी किसी खतरे से बचा सकती है जब वो सो रही है. यानी वो सोते वक्त भी शिकारी के नजदीक होने के एहसास को भांप सकती है और साथ ही खुद को गिरने से बचा लेते हैं.


वहीं इसके अलावा उनके पैरों की बनावट की वजह से वे टहनियों को जकड़ लेते हैं. वो तब तक नहीं छोड़ते जब तक पक्षी के पैर फिर से सीधे ना हो जाएं. सोते समय उनका पंजा एक तरह का लॉक का काम करता है. पक्षियों के लिए गहरी नींद में जाने का समय केवल 10 सेकंड तक का होता है.