Interesting facts: पेंसिल पर लिखे HB, 9H कोड का मतलब जानते हैं आप? टॉपर्स खरीदते हैं इस कोड की पेंसिल!
Pencil Codes Meaning: आपने बचपन में पेंसिल थामी थी. अब तो शायद उसका इस्तेमाल भी नहीं करते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं पेंसिल पर लिखे इन कोड्स का महत्व क्या होता है?
Amazing facts: आप 3 साल के होंगे, जब से आपने हाथ में पेंसिल थामी होगी. आपने पेंसिल पर कई तरह की चीजें लिखी देखी होंगी. उस पर कंपनी के नाम के अलावा HB, 2B 2H, 9H जैसे कोड भी आपने देखें होंगे, लेकिन 99 फीसदी लोगों ने उस कोड्स को नजरअंदाज कर दिया होगा. क्या आप जानते हैं आपकी लिखावट और ड्राइंग में स्केचिंग के लिए इस कोड का बहुत ही महत्व होता है. जिसे अच्छी ड्राइंग बनानी हो, वह तो इन कोड्स के ज्ञान के बिना अधूरा ही माना जाता है. इसके अलावा भी आपको कौन से कोड की पेंसिल इस्तेमाल करनी चाहिए. इस बारे में जान लीजिए.
टॉपर्स खरीदते हैं इस कोड की पेंसिल!
कंपनियां पेंसिल पर कोड को यूं ही लिखती है. इन कोड्स का सीधा मतलब आपके काम से होता है. जी हां, ये बात कभी आपने सोची भी नहीं होगी लेकिन यही सत्य है. पेंसिल में लिखे HB, 2B या 9H कोड के मुताबिक ही इन पेंसिल की खूबी होती है. इन कोड की वजह से आपकी लिखावट और स्केचिंग पर असर पड़ता है. अगर आप अच्छा रिजल्ट लेना चाहते हैं, तो आपको इन कोड्स के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है. पेंसिल का ब्लैक रंग ग्रेफाइट की वजह से होता है. पेंसिल में जितनी कोडिंग बढ़ती जाएगी, उसी तरह उसकी ब्लैकनेस भी बढ़ती जाएगी. इसी वजह से 2B, 4B या 6B और 8B कोड पेंसिल पर लिखे होते हैं. यहां B का मतलब ब्लैकनेस से होता है. वहीं जितने ज्यादा नंबर होंगे ब्लैकनेस उतनी बढ़ती जाएगी.
कौन से कोड वाली पेंसिल है सबसे अच्छी
पेंसिल का इस्तेमाल स्कूल से लेकर ऑफिस में किया जाता है. वैसे HB कोड वाली पेंसिल का ही यूज में ली जाती है क्योंकि इस पेंसिल का ग्रेफाइट ज्यादा हार्ड भी नहीं होता है और ज्यादा सॉफ्ट भी नहीं होता है. किसी पेंसिल पर HB लिखा है तो उसका मतलब होता है H यानी हार्ड B यानी ब्लैक. इस तरह HB वाली पेंसिल डार्क कलर की होती है. अगर किसी पेंसिल पर HH लिखा है तो ये ज्यादा हार्ड होती है. इसी तरह पेंसिल में जिस तरह कोड का नंबर बढ़ता जाएगा, उसी तरह पेंसिल ज्यादा डार्क होती चली जाएगी. 2B, 4B, 6B और 8B में 8B सबसे ज्यादा डार्क होगी. इसलिए स्केचिंग में डार्कनेस बढ़ाने के लिए ज्यादा नंबर वाली पेंसिल का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं शेड बनाने के लिए कम नंबर वाली पेंसिल का इस्तेमाल होता है.
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