Why Players Chew Chewing Gum: भारत में बड़ी संख्या में लोग क्रिकेट के दीवाने हैं. हाल ही में आईपीएल (IPL 2023) खत्म हुआ है लेकिन फैंस का उत्साह पहले की तरह ही बराकर है. अगर आपने प्लेयर्स पर ध्यान दिया होगा तब मैदान में उतरते वक्त ये अपने मुंह में च्युइंग गम लेकर ही आते हैं, क्या आपने कभी सोचा है कि लगातार ये खिलाड़ी च्युइंग गम क्यों चबाते रहते हैं. खेल के दौरान च्युइंग गम चबाना सिर्फ फैशन की श्रेणी में नहीं आता है. कई लोगों को लगता है कि खिलाड़ी स्टाइल मारने के चक्कर में च्युइंग गम चबाते हैं लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे.


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खिलाड़ी क्यों चलाते हैं च्युइंग गम


वैज्ञानिकों की मानें तो च्युइंग गम सिर्फ स्टाइल मारने के लिए नहीं चबाया जाता है बल्कि इसे चबाने से दिमाग अलर्ट रहता है. जब हम च्युइंग गम चबाते हैं, तब मुंह उसके स्वाद की पहचान करता है. स्वाद की पहचान करने वाले रिसेप्टर और जबड़ों की मसल्स दिमाग को सिग्नल्स भेजते हैं, फिर ब्रेन इन सिग्नलों को प्रोसेस करने का काम शुरू कर देता है. इससे दिमाग अलर्ट होता है और बारीकियों पर फोकस ज्यादा बन पाता है. फोकस होने से खेल में खिलाड़ी ध्यान केंद्रित कर पाता है. जब फिजिकल एक्टिविटी बढ़ती है, तब बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन तेजी से होता है और दिल की धड़कन भी तेज हो जाती है. ऐसे में च्युइंग गम चबाने से दिमाग को भी पर्याप्त ब्लड मिलता है.


फोकस करना होता है आसान


याद रहें कि जब आप च्युइंग गम का इस्तेमाल करते हैं, तब फ्लेवर्ड च्युइंग गम ज्यादा फायदेमंद साबित होता है. ऐसे में आपका दिमाग और तेज काम करता है. आपको बता दें कि च्युइंग गम चबाने से कई दूसरे फायदे में मिलते हैं. इससे मुंह की एक्सरसाइज होती है और दांतों के बीच में फंसा हुआ खाना भी च्युइंग गम में फंस के बाहर निकल जाता है. इससे दांत भी साफ हो जाते हैं. च्युइंग गम चबाने के बाद मुंह की कई बीमारियों से बचाव भी होता है.