PAK में मचे बवाल से घबराए चीन और यूएई, सऊदी अरब ने भेजा दूत, समझौता कराने की कोशिश
Pakistan Crisis: पाकिस्तान में पूर्व पीएम और पीटीआई चीफ इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हालात बिगड़ गए. खान और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. पूर्व पीएम जनरल मुनीर को अपनी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
Pakistan News: पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान एक गहरे संकट में फंस गया है. पूर्व पीएम और सेना प्रमुख के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. पाकिस्तान में तेजी से बिगड़ते हालात से उसके दोस्त मुल्क चीन, यूएई और सऊदी अरब काफी चिंतित हैं.
चीन पाकिस्तान को अपने घरेलू हालात सुधारने की सलाह दे चुका है. वहीं यूएई ने पाकिस्तान के नाजुक हालात को सही करने के लिए आग आया है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को यूएई के राष्ट्रपति का फोन आया था. यूएई के राष्ट्रपति ने जनरल मुनीर को मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था.
सऊदी प्रिंस ने भेजा अपना दूत
अब पाकिस्तान के साथ गहरे संबंध रखने वाले सऊदी अरब ने भी पहल की है. सऊदी अरब के उप गृहमंत्री डॉक्ट र नसीर बिन अब्दुतल अजीज अल दाऊद मंगलवार को पाकिस्ता न पहुंच हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अजीज इमरान और सेना के बीच विवाद को शांत करने के लिए सऊदी प्रिंस अब्दुमल अजीज अल दाऊद ने भेजा है. ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना खान और उनके समर्थकों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर सकती है. यही वजह है कि सऊदी अरब के प्रिंस ने अपना दूत भेज कर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की है.
हालांकि पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से यह कहा है कि अजीज 'रोड टु मक्काअ प्रॉजेक्टर' पर समझौते के लिए आए हैं. पाकिस्ताकन सरकार के मुताबिक यह सऊदी सरकार का ही एक प्रोजेक्ट है जिससे हज यात्रा करना बहुत आसन हो जाएगा.
खान की गिरफ्तारी से बिगड़े हालात
बता दें बता दें पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पीटीआई चीफ इमरान खान को करप्शन के एक मामले में 9 मई को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद उनके समर्थक देश भर में सड़कों पर उतर आए थे. कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए. उन्होंने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के विशाल मुख्यालय का मेन गेट को तोड़ दिया.
लाहौर में, बड़ी संख्या में ‘पीटीआई’ कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट व खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. खान ने अपनी गिरफ्तारी के लिए सेना प्रमुख जनरल मुनीर को जिम्मेदार ठहराया था.