कोरोना वैक्सीन ट्रायल पर चीन के झांसे में बुरा फंसा बांग्लादेश, मिला बड़ा धोखा
साथ में वैक्सीन निर्माण का झांसा देकर चीन ने अब बांग्लादेश के अधर में लटका दिया है. अब वह तीसरे चरण के परीक्षण से पहले बांग्लादेश से पैसे मांग रहा है.
नई दिल्ली: COVID-19 वैक्सीन विकसित कर रही चीनी दवा निर्माता सिनोवैक (Chinese drugmaker Sinovac) ने बांग्लादेश (Bangladesh) से अपना वादा तोड़ दिया है. साथ में वैक्सीन निर्माण का झांसा देकर चीन ने अब बांग्लादेश के अधर में लटका दिया है. अब वह तीसरे चरण के परीक्षण से पहले बांग्लादेश से पैसे मांग रहा है.
Co-Finance की रखी शर्त
सिनोवैक ने बांग्लादेश से कहा है कि देश में होने वाले तीसरे चरण के ट्रायल के लिए Co-Finance करना होगा यानि कि बांग्लादेश को भी बराबर रुपए देने होंगे. इस बाबत जानकारी देते हुए बांग्लादेश के स्वास्थ्य विभाग के सचिव अब्दुल मन्नान ने कहा, ‘उन्होंने (सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड, चीन) ने बांग्लादेश सरकार को पत्र भेजकर तीसरे चरण के मानव परीक्षण के लिए सह-वित्तपोषण की मांग की.’
पहले किया खुद खर्चे का वादा
खबरों के अनुसार, सिनोवैक ने बांग्लादेश के साथ एक समझौता किया था जिसमें कहा गया था कि वह कोरोना वायरस वैक्सीन को तैयार करने के लिए तीसरे चरण के परीक्षणों की लागत भी स्वयं वहन करेगा. लेकिन अब 24 सितंबर को बांग्लादेश को दिए गए एक पत्र में सिनोवैक ने कहा है कि जब तक बांग्लादेश प्रयासों में Co-Finance नहीं करेगा तब तक परीक्षण में देरी होती रहेगी. हालांकि सिनोवैक द्वारा अभी तक कितने रुपए की मांग की जा रही है इस बारे में उसने स्पष्ट उल्लेख नहीं किया है.
बांग्लादेश अधर में लटका
उधर मन्नान का कहना है कि Co-Funding की दिशा में फैसला लेने में वक्त लगेगा लेकिन बांग्लादेश सरकार इसको लेकर गंभीर है. बांग्लादेश स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के मुख्य प्रोफेसर डॉ अबुल बशर मोहम्मद खुर्शीद आलम ने कहा कि बांग्लादेश सरकार पहले के प्रस्ताव को लेकर सकारात्मक थी लेकिन ताजा प्रस्ताव से असहज है.
बता दें कि बांग्लादेश में लगातार कोरोनोवायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. फिलहाल वहां 368,690 कोरोना वायरस के मामले हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वायरस से अब तक 5,348 लोगों की मौत हो चुकी है.
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