China-America War: चीन और अमेरिका के बीच तनाव किसी से छिपा नहीं है. चीन अमेरिका को टक्कर देने के लिए हर क्षेत्र में अपनी ताकत में इजाफा कर रहा है तो वहीं अमेरिका भी पीछे नहीं है. चीन की दुखती रग पर अमेरिका ने कई बार चोट की है, जिससे ड्रैगन बिलबिला उठता है. लेकिन एक सवाल हमेशा उठता है. वो ये कि अगर दुनिया की ये दो महाशक्तियां आपस में टकराईं तो क्या होगा. इसका जवाब चीन के रक्षा मंत्री ने दिया है. जनरल ली शांगफू ने एशिया में हथियारों की होड़ को बढ़ावा देने के लिए कुछ देशों पर आरोप लगाते हुए रविवार को चेतावनी दी कि चीन और अमेरिका के बीच युद्ध दुनिया के लिए एक 'असहनीय आपदा' होगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बीबीसी के मुताबिक, सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग में उन्होंने कहा कि दुनिया चीन और अमेरिका दोनों के लिए काफी बड़ी है और दोनों महाशक्तियों को आम जमीन तलाशनी चाहिए. मार्च में पद संभालने के बाद यह उनका पहला बड़ा भाषण था.


अमेरिका पर बरसे चीनी रक्षा मंत्री


जनरल ली ने अमेरिका पर शीतयुद्ध की मानसिकता रखने का भी आरोप लगाया और कहा कि यह सुरक्षा जोखिमों को बहुत बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा कि चीन अमेरिका और उसके सहयोगियों के नौसैनिक गश्त को नेविगेशन के आधिपत्य का अभ्यास करने का बहाना नहीं होने देगा. उनका बयान शनिवार को अमेरिका की ओर से कनाडा के जहाजों के साथ ताइवान स्ट्रेट को पार करने वाले अमेरिकी युद्धपोत के पास एक चीनी विध्वंसक के जरिए 'असुरक्षित' युद्धाभ्यास के आरोप के बाद आया है.


जोखिम भड़काने का लगाया आरोप


चीन ने जानबूझकर जोखिम भड़काने के लिए दोनों देशों की आलोचना की, लेकिन अमेरिका और कनाडा ने कहा कि वे वहां नौकायन कर रहे थे जहां अंतर्राष्ट्रीय कानून अनुमति देता है. घटना के बारे में पूछे जाने पर जनरल ली ने कहा कि इलाके के बाहर के देश तनाव बढ़ा रहे हैं.


बीबीसी ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, 2018 में अमेरिका ने जनरल ली पर लगाए बैन के विरोध में बीजिंग की तरफ से सीधी सैन्य वार्ता के लिए अमेरिकी अनुरोध को  ठुकराने के साथ, अमेरिकी रक्षा सचिव, जनरल लॉयड ऑस्टिन और जनरल ली ने हाथ मिलाया और शुक्रवार को कार्यक्रम के शुरुआती डिनर के दौरान उनसे बातचीत की.


(इनपुट-आईएएनएस)