China Suffering from Economy Crisis: कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लागू की गई चीन की जीरो कोविड पॉलिसी ने उसकी अर्थव्यवस्था की रफ्तार को काफी गिरा दिया है. देश में लाखों की करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं. मध्यम वर्ग के लोगों का गुजारा करना मुश्किल हो रहा है. मजबूरी में लोगों को अपनी लाइफस्टाइल बदलनी पड़ रही है. उन्हें विलासिता की वस्तु से किनारा करना पड़ रहा है. पैसों के चक्कर में बड़ी संख्या में लोग अपनी बेशकीमती संपत्ति जैसे रोलेक्स घड़ियां और हर्मीज बैग को बेच रहे हैं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि, इन सामानों की कीमतें हाल के दिनों में इतनी तेजी से गिरी हैं कि लोग घबराकर इन्हें बेच रहे हैं.


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कीमत में आई 46 प्रतिशत तक की गिरावट


फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेकेंड हैंड रोलेक्स सबमरीनर्स की कीमत, जो बड़े लोगों की कलाई पर नजर आती थी, इस साल की शुरुआत में मार्च के बाद से इसकी कीमत में लगभग 46 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. इस बीच, हर्मीज बिर्किन जैसे क्लासिक बैगों के बाजार मूल्य में भी भारी गिरावट आई है. यह गिरावट तब और गंभीर लगती है जब आप शंघाई में लॉकडाउन से छह महीने पहले, रोलेक्स घड़ी की कीमत देखते हैं. दरअसल, तब इन घड़ियों की कीमत करीब 240 प्रतिशत तक बढ़ गई थी, लेकिन महज 6 महीने में ही अब इतनी भारी गिरावट आ गई है. चीन में सेकेंड हैंड लग्जरी घड़ियों के एक विक्रेता का कहना है कि, "बाजार में घड़ियों की कीमत में उछाल का समय समाप्त हो गया है. हम एक सुधार अवधि में प्रवेश कर रहे हैं जो लंबे समय तक चल सकता है."


क्या है कीमत कम होने की वजह


इन घड़ियों और पर्स की कीमत तेजी से गिरने की सबसे बड़ी वजह चीन की 'जीरो कोविड पॉलिसी' रही है. महीनों तक, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) द्वारा लगाए गए सख्त लॉकडाउन के कारण कारखाने और कार्यालय लंबे समय तक बंद रहे, ऐसे में इनके निर्माण में कमी आई. इसके अलावा चीन पिछले एक महीने से हीटवेव की समस्या से जूझ रहा है. भीषण गर्मी के कारण यांग्त्ज़ी नदी सूख गई है, जबकि बिजली उत्पादन भी कम हो रहा है. इस वजह से फैक्ट्रियों को बंद करना पड़ रहा है. दूसरी ओर अर्थव्यवस्था और विकास के मामले में भी चीन पिछड़ रहा है. इस हफ्ते की शुरुआत में गोल्डमैन सैक्स ने चीन के विकास के अनुमान को 3.3 फीसदी से घटाकर 3 फीसदी कर दिया. वहीं, नोमुरा ने अपने अनुमानों को 3.3 प्रतिशत से घटाकर 2.8 प्रतिशत किया है. इन सब वजहों से भी लोग समय रहते अपनी गैर जरूरी चीजों को बेचकर पैसा जमा करना चाहते हैं.


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