बीजिंग: चीन (China) के स्कूलों में अब बच्चों को ऐसा पनिशमेंट (Punishment) नहीं दिया जाएगा, जो उन्हें मानसिक या शारीरिक रूप से प्रभावित करता है. पिछले कुछ वर्षों में चीन में बच्चों की मौत के मामले बढ़े हैं. ये भी देखने को मिला है कि स्कूलों (Schools) में अनुशासन के नाम पर मिलने वाले कठोर दंड से आहत होकर बच्चे आत्महत्या (Suicide) जैसा बड़ा कदम उठाते हैं. इसलिए अब सरकार ने स्कूलों को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि बच्चों को पनिशमेंट देने से पहले सौ बार सोचा जाए.  


ये Punishment अब नहीं चलेंगे  


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शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस संबंध में स्कूलों के लिए नए नियम (New Rules) जारी किये हैं. अब बच्चों को अपमानित करना शिक्षकों को भारी पड़ सकता है. इसके अलावा, बच्चों की छड़ी से पिटाई, उनके साथ मौखिक दुर्व्यवहार और उन्हें घंटों तक जमीन पर घुटने के बल बैठने के लिए मजबूर करना प्रतिबंधित किया गया है. नए नियमों में कहा गया है कि होमवर्क (Home Work) पूरा नहीं करने जैसे मामलों को बच्चों को कड़ी सजा देने के बजाए उनसे माफी लिखवाना या क्लास से जुड़े कार्य करवाए जाने चाहिए.  


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Parents को नहीं समस्या


नए नियमों में यह भी कहा गया है कि जो स्टूडेंट दूसरे छात्रों को डराने-धमकाने जैसे कृत्यों में शामिल पाए जाते हैं, उन्हें स्कूल से निलंबित किया जा सकता है या उन्हें काउंसलिंग सेशन लेने पड़ सकते हैं. वैसे तो चीन में बच्चों को शारीरिक दंड देने पर काफी समय से मनाही है, लेकिन फिर भी स्कूलों में ऐसा होता आया है. माता-पिता को भी इसमें कोई समस्या नजर नहीं आती.


China में आम हैं ऐसे मामले


सरकार ने इस बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं बताया गया है कि नियम तोड़ने वाले शिक्षकों (Teachers) को क्या सजा दी जाएगी. चीन में शिक्षक द्वारा अपमानित किए जाने पर खुदकुशी या पनिशमेंट के नाम पर होने वाली पिटाई से बच्चों की मौत के मामले आम हैं. हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, पिछले साल Sichuan में एक 10 वर्षीय लड़की की टीचर की पिटाई से मौत हो गई थी. लड़की ने गणित के सवाल का गलत जवाब दिया था, जिससे नाराज शिक्षक ने उसके कान खींचे थे और उसकी पिटाई की थी. इसी तरह,  Jiangsu में एक पांचवीं में पढ़ने वाली छात्रा ने शिक्षक द्वारा अपमानित किए जाने के बाद अपनी जान दे दी थी.