Chinese Warplanes In Taiwan: चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. ताइवान (Taiwan) ने आरोप लगाया है कि चीन के 103 लड़ाकू विमानों (Fighter Jets) ने ताइवान की सीमा का उल्लंघन किया है. चीनी विमानों का ताइवान में घुसना उकसाने वाला है और चीनी फाइटर की ये संख्या एक दिन में सबसे ज्यादा है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उन्होंने 103 चीनी लड़ाकू विमान सोमवार सुबह 6 बजे तक पिछले 24 घंटे में डिटेक्ट किए. जान लें कि चीन की सेना नियमित तौर पर ताइवान के दक्षिण और पश्चिम की समुद्री सेवा में लड़ाकू विमान भेजती रहती है. चीन की इन्हीं हरकतों की वजह से साउथ चाइना सी में टेंशन बढ़ गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ताइवान पर अपना दावा करता है चीन


बता दें कि ताइवान एक स्वशासित आईलैंड है जिस पर चीन अपना दावा करता है. चीन ने ताइवान के आसपास हवा और पानी में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास किया है, जिसे कुछ लोग डराने-धमकाने के अभियान के रूप में देखते हैं. इसकी वजह अमेरिका और चीन के बीच में भी तनाव बढ़ा है.



ताइवान की चीन से अपील


जान लें कि अमेरिका, ताइवान का मुख्य हथियार सप्लायर है और बलपूर्वक ताइवान की स्थिति को बदलने के किसी भी कोशिश का विरोध करता है. ताइवान मंत्रालय ने चीनी सैन्य कार्रवाई को 'उत्पीड़न' बताया. ताइवान रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी दी कि मौजूदा तनावपूर्ण माहौल में स्थिति और बिगड़ सकती है. हम चीनी अधिकारियों से इसकी जिम्मेदारी लेने और इस तरह की विनाशकारी सैन्य गतिविधियों को तुरंत रोकने की अपील करते हैं.


चीन और ताइवान का विवाद


साल 1949 में ताइवान और चीन का विभाजन हो गया था जब गृहयुद्ध के दौरान कम्युनिस्टों ने चीन पर कंट्रोल कर लिया था. हालांकि, राष्ट्रवादी ताइवान चले गए और आईलैंड में अपनी सरकार स्थापित की. यह द्वीप स्वशासित है, हालांकि, केवल कुछ विदेशी राष्ट्र ही इसे आधिकारिक राजनयिक मान्यता देते हैं. इसके अलावा अमेरिका ने ताइवान में एक प्रतिनिधि कार्यालय बनाए रखते हुए चीन के साथ औपचारिक संबंध बनाए हुए हैं.