Pakistan News: जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई आंतरिक विचार-विमर्श के बाद आगामी सत्र के दौरान लिखित रूप में दो प्रमुख मांगें पेश करने की तैयारी कर रही है.
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Pakistan Imran Khan: लगता है पाकिस्तान के हुकूमरानों और सेना को समझ आ गया है कि आखिर रास्ता बातचीत की मेज पर बैठकर ही होगा. इसलिए पाकिस्तान सरकार और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के लोग सियासी मदभेदों को सुलझाने के लिए गुरुवार (2 जनवरी 2025) को बंद कमरे में बड़ी बैठक करेंगे.
स्पीकर ने बुलाई है बैठक
यह बैठक नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने बुलाई है. न्यूज पेपर 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने बताया कि बैठक सुबह 11 बजे संसद भवन में होगी और इसमें 23 दिसंबर को शुरू हुई बातचीत को आगे बढ़ाए जाने की संभावना है.
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई आंतरिक विचार-विमर्श के बाद आगामी सत्र के दौरान लिखित रूप में दो प्रमुख मांगें पेश करने की तैयारी कर रही है. इन मांगों में नौ मई, 2023 की हिंसक घटनाओं और इस्लामाबाद में 26 नवंबर को पीटीआई कार्यकर्ताओं पर की गई कार्रवाई की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन और 72 वर्षीय खान सहित सभी राजनीतिक कैदियों की रिहाई शामिल है.
पार्टी रखेगी दो मांगें
नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर और पीटीआई नेता असद कैसर ने इन मांगों को दोहराते हुए कहा कि पार्टी नौ मई और 26 नवंबर की घटनाओं की जांच के लिए आयोग के गठन की मांग पर अडिग है. उन्होंने खान की रिहाई की जरूरत पर भी जोर दिया. दोनों पक्षों के बीच 23 दिसंबर को हुई पहली वार्ता को सकारात्मक बताया गया था और इस दौरान उन्होंने वार्ता जारी रखने पर सहमति जताई थी.
इमरान ने कहा था- कोई सौदा नहीं करना मुझे
इससे पहले इमरान खान ने सोमवार को कहा था कि वह न तो सरकार के साथ कोई सौदा करना चाहते हैं और न ही कोई अन्य देश उन्हें जेल से रिहा करवाने की कोशिश कर रहा है.इमरान खान की बहन अलीमा खान ने तोशाखान 2.0 मामले की सुनवाई के बाद रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर कहा था कि जेल में बंद खान पूछते हैं कि 'जब उन पर मुकदमे चल ही रहे हैं तो उन्हें सौदा करने की जरूरत क्या है'. उनके अनुसार, खान ने यह भी कहा था कि उन्होंने जेल की हवा खाई है और अब जब उनके मुकदमे खत्म हो रहे हैं तो वह कोई सौदा नहीं कर रहे हैं.' यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की एक टीम विभिन्न राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रही है.