Xi Jinping in Communist Congress Party: बीजिंग में आज से पांच साल में एक बार होने वाले कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस की शुरुआत ही हुई है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इसका उद्घाटन किया. उद्घाटन के मौके पर उन्होंने अपने भाषण में कई बड़ी बाते कहीं. इससे काफी हद तक भविष्य में दिखने वाले उनके रुख का अंदाजा भी मिल रहा है. वहीं इससे एशिया में तनाव भी बढ़ सकता है.


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अराजकता के माहौल को बदला


शी जिनपिंग ने कहा, चीन ने हांगकांग पर व्यापक नियंत्रण हासिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि वहां काफी समय तक अराजकता की स्थिति थी, जिसे सरकार ने शासन में बदल दिया है.


ताइवान पर कही ये बात


जिनपिंग ने आग कहा, चीन ने ताइवान अलगाववाद के खिलाफ भी एक बड़ा संघर्ष किया है और क्षेत्रीय अखंडता का विरोध करने के लिए दृढ़ और सक्षम है.


इस वजह से है चीन और ताइवान का तनाव


दरअसल, चीन हमेशा से ये मानता आ रहा है कि ताइवान उसका हिस्सा रहा है और बीच में उससे अलग हो गया था, यही वजह है कि वह ताइवान को अब अपने अंदर मिलाना चाहता है. वहीं ताइवान के अधिकतर लोग ताइवान को एक अलग देश के रूप में देखना चाहते हैं. वह चीन के साथ नहीं जाना चाहते. इसी वजह से दोनों के बीच लंबे समय से टकराहट है.


ये रहा है ताइवान का इतिहास


वर्ष 1642 से 1661 तक ताइवान नीदरलैंड्स की कॉलोनी थी और इस पर उसकी का कंट्रोल था. वर्ष 1683 से 1895 तक चीन के चिंग राजवंश ने ताइवान पर राज किया. पर 1895 में चीन और जापान के बीच युद्ध हुआ, जिसे चीन हार गया. इसके बाद ताइवान पर जापान का नियंत्रण हो गया. वहीं दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने तय करके ताइवान को उसके सहयोगी और चीन के बड़े राजनेता और मिलिट्री कमांडर चैंग काई शेक को सौंप दिया.


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