Pak Digital Census: पहली बार पाकिस्तान में होगी डिजिटल जनगणना, पीएम शहबाज ने बताए फायदे
Pakistan ने बुधवार को अपनी पहली डिजिटल जनगणना शुरू की है. यह भविष्य की योजनाएं बनाने और संसाधनों के प्रभावी उपयोग में मददगार साबित होगी. पाक पीएम ने इस स्वदेशी प्रणाली को तैयार करने के लिए सभी संगठनों को बधाई भी दी है.
Pakistan crisis: पाकिस्तान ने बुधवार को अपनी पहली डिजिटल जनगणना और आवास गणना की शुरुआत की है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि यह कवायद भविष्य की योजनाएं बनाने और संसाधनों के प्रभावी उपयोग में मददगार साबित होगी. प्रधानमंत्री शरीफ ने ट्वीट करके कहा कि आज पाकिस्तान की पहली डिजिटल जनगणना 2023 की शुरुआत हुई है. आंकड़े एकत्र करने की यह पारदर्शी प्रणाली भविष्य की योजनाएं बनाने और संसाधनों के प्रभावी उपयोग में मददगार साबित होगी. पाक पीएम ने इस स्वदेशी प्रणाली को तैयार करने के लिए सभी संगठनों को बधाई भी दी है.
हाउस लिस्टिंग ऐप की मदद से होगा काम
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के मुख्य जनगणना आयुक्त डॉ. नईमुज जफर ने ‘हाउस लिस्टिंग ऐप’ में पहले इमारत ढांचे को चिह्नित कर कवायद की शुरुआत की. गौरतलब है कि लोगों से इंटरनेट के जरिए अपने परिवार का ब्योरा दर्ज करने को कहा गया है. जनसंख्या और आवास गणना के लिए डिजिटल मंच उपलब्ध कराया गया है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति कंप्यूटर अथवा मोबाइल फोन के माध्यम से अपना और अपने परिवार का ब्योरा दर्ज करा सकेगा.
आर्थिक तंगी और भुखमरी की मार झेल पाकिस्तान
आपको बता दें कि पिछले लंबे समय से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आर्थिक तंगी और भुखमरी की मार झेल रहा है. पाकिस्तान के उच्चाधिकारी बड़े-बड़े मंचों से विदेशों के सामने मदद की गुहार लगाते देखे जाते हैं. हाल ही में पाकिस्तान में आईएमएफ का डेलिगेशन रुका हुआ था जिसने पाकिस्तान की मदद करने की बदले में कई शर्तें उसके सामने रख दीं थी. आईएमएफ की शर्तें पाकिस्तान के लिए गले की हड्डी से कम नहीं हैं. आईएमएफ की शर्तों को मानने के बाद पाकिस्तान में महंगाई और भी ज्यादा बढ़ गई है. आईएमएफ ने पाकिस्तान की मदद करने के बदले में कहा है कि पाकिस्तान अपने रक्षा बजट में कटौती करें.
(इनपुट: एजेंसी)
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