ऐसा कैसे चलेगा नवाज? इधर भारत के साथ दोस्ती की बातें, उधर भारतीय चौकियों पर गोलीबारी
India-Pakistan Relations: नवाज शरीफ भारत लौटते ही भारत के साथ बेहतर संबंध बनाने की बात कही है. लाहौर की रैली में उन्होंने कहा कि दूसरों से लड़कर या संघर्ष करके पाकिस्तान का विकास नहीं किया जा सकता
Nawaz Sharif News: पाकिस्तान रेंजर्स ने गुरुवार रात जम्मू के अरनिया और आर एस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित भारतीय चौकियों पर बिना उकसावे के गोलीबारी की जिसमें एक जवान और चार नागरिक घायल हो गए. बीएसएफ ने कहा, ‘गुरुवार रात लगभग आठ बजे पाकिस्तान रेंजर्स ने अरनिया इलाके में बीएसएफ चौकियों पर बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका बीएसएफ जवानों द्वारा उचित जवाब दिया जा रहा है.'
यह गोलीबारी ऐसे समय में हुई है जब पाकिस्तान की राजनीतिक बड़ी उथल-पुथल जारी है. तीन बार के प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख 73 वर्षीय शरीफ लंदन में आत्म-निर्वासन में चार साल बिताने के बाद शनिवार को पाकिस्तान लौट आए. माना जा रहा है कि उनकी वापसी को सेना का समर्थन हासिल है. हालांकि अतीत में सेना और नवाज शरीफ के रिश्ते बेहतर नहीं रहे हैं. कभी सेना ने तख्तापलट कर उनको पीएम पद से हटा दिया था.
नवाज ने की भारत से दोस्ती से बात
नवाज शरीफ भारत लौटते ही भारत के साथ बेहतर संबंध बनाने की बात कही है. उनका कहना है कि पाकिस्तान, कश्मीर का मसला सुलझाकर भारत के साथ अच्छे संबंधों को फिर से शुरू करना चाहता है.
लाहौर के मिनार-ए-पाकिस्तान में उन्होंने अपनी पहली सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'हम एक स्वतंत्र और व्यापक विदेश नीति चाहते हैं. हम पड़ोसी राज्यों के साथ दोस्ताना रिश्ते बना कर अपने मुल्क को एक आर्थिक ताकत बनाना चाहते हैं. दूसरों से लड़कर या संघर्ष करके पाकिस्तान का विकास नहीं किया जा सकता. मैं बदले में नहीं विकास में विश्वास रखता हूं.'
कई सवाल खड़ी करते हैं यह गोलीबारी
हालांकि जम्म कश्मीर में की गई इस गोलीबारी को कई चीजों से जोड़कर देखा जा रहा है. क्या पाकिस्तानी सेना नवाज शरीफ से भारत के साथ बेहतर रिश्ते बनाने के खिलाफ हैं या फिर सेना और नवाज शरीफ के बीच अभी सभी बातों पर एक राय नहीं बनी है. अगर ऐसा है तो नवाज की घर वापसी उनके लिए मुश्किल साबित हो सकती है.