इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वह अमेरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जम्मू कश्मीर को लेकर मध्यस्ता की पेशकश पर भारत की प्रतिक्रिया से हैरान हैं. इमरान खान ने ट्वीट कर कहा है 70 साल पुराने इस विवाद का हल निकालना ही होगा. गौरतलब है कि भारत ने डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें ट्रंप ने कहा कि था पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मसले पर मध्यस्ता करने को कहा था. 


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बता दें वाशिंगटन डीसी में इमरान खान से मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मामले में मध्यस्थता के लिए कहा था. 



वहीं इस बारे में जब इमरान खास से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, 'मैं सच में यकीन करता हूं कि भारत को वार्ता की मेज पर आना चाहिए. अमेरिका एक बड़ी भूमिका निभा सकता है. राष्ट्रपति ट्रंप एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. हम इस धरती के एक अरब से अधिक लोगों की बात कर रहे हैं. कल्पना कीजिए कि अगर यह मुद्दा किसी तरह हल हो जाए तो इसके कितने जबर्दस्त फायदे होंगे.' 


भारत ने खारिज किया ट्रंप का दावा
भारत ने साफ कर दिया है कि पीएम मोदी ने कश्मीर मसले पर ट्रंप से मध्यस्ता के लिए कभी नहीं कहा था. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर मंगलवार को राज्यसभा में विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री द्वारा स्पष्टीकरण देने की मांग के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सदन में कहा कि कभी भी ऐसा कोई आग्रह नहीं किया गया.



उन्होंने कहा, 'इस मुद्दे पर भारत का रुख हमेशा से एक ही रहा है कि पाकिस्तान के साथ सभी लंबित मुद्दों पर सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता ही हो सकती है. पाकिस्तान के साथ किसी वार्ता के लिए उसे सीमा पार आतंकवाद को खत्म करना होगा.' जयशंकर ने स्पष्ट रूप से ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया और सदन को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा कोई आग्रह नहीं किया है.