भारत-कनाडा विवाद ने पाकिस्तान को दिया जहर उगलने का मौका, कही ऐसी बात
Pakistan News: 78वें यूएनजीए सत्र में भाग लेने के लिए कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवर-उल-हक काकर के साथ अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा पर आए विदेश सचिव साइरस काजी ने यह टिप्पणी की है.
India-Canada Tensions: भारत के खिलाफ जहर उगलने का कोई मौका नहीं गंवाने वाले पाकिस्तान को कनाडा के पीएम जस्टिस ट्रुडो के आरोपों से एक बार फिर मौका मिल गया है. पाकिस्तान के विदेश सचिव साइरस काजी ने कहा है कि उन्हें इस खुलासे से हैरानी नहीं हुई है, ट्रूडो ने जो कहा है, उसमें जरूर कोई सच्चाई है.
78वें यूएनजीए सत्र में भाग लेने के लिए कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवर-उल-हक काकर के साथ अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा पर आए काजी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान मिशन में एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान यह बात कही। शीर्ष राजनयिक ने टिप्पणी की, 'कनाडा में भारत का आतंकवाद पाकिस्तान के लिए आश्चर्य की बात नहीं है।'
कुलभूषण जाधव का जिक्र किया
विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान को कनाडाई पीएम के आरोपों में कुछ भी असामान्य नहीं मिला क्योंकि पाकिस्तान ने मार्च 2016 में बलूचिस्तान से भारतीय अनुसंधान और विश्लेषण विंग (रॉ) के एक सेवारत भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि जाधव नौसेना से स्वैच्छिक रिटायर एक भारतीय नागिरक है. लेकिन पाकिस्तान ने उस पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा कर मौत की सजा सुना दी. भारत ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. जाधव अभी पाकिस्तान की जेल में बंद है.
काजी ने कहा कि अगर दुनिया में किसी को भारतीय [गतिविधियों] के बारे में पता है, तो वह हम [पाकिस्तान] हैं.
क्यों भारत-कनाडा में पैदा हुआ विवाद
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या भारत-कनाडा संबंधों में तनाव की वजह बन गई है. सोमवार को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि भारत सरकार का कनाडा में एक सिख कार्यकर्ता की हत्या से संबंध हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ भारत ने कनाडा के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. इस बीच कनाडा सरकार एक भारतीय राजनियक को निष्कासित कर दिया जिसके जवाब में भारत ने एक कनाडाई राजनयिक को देश छोड़ने के लिए कह दिया.
बता दें खालिस्तान आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक सिख सांस्कृतिक केंद्र के बाहर 18 जून को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी.